हंगामेदार रही जिला परिषद की सामान्य बैठक
लहेरियासराय में जिला परिषद की सामान्य बैठक में पूर्व अध्यक्ष और जिप सदस्य सागर नवदिया के बीच नोकझोंक हुई। बैठक में योजनाओं की सूची की मांग और मनरेगा में रुकावट के आरोप लगे। अध्यक्ष ने योजना लोडिंग में...

लहेरियासराय। जिला परिषद की सामान्य बैठक सोमवार को ह्यआपह्ण से शुरू होकर ह्यतू-तड़ाकह्ण तक पहुंच गई। बैठक के दौरान पूर्व अध्यक्ष रेणु देवी और बेनीपुर से जिप सदस्य सागर नवदिया के बीच हुई नोकझोंक में एक ने दूसरे को ऊपर से आकर नीचे बैठने की बात कही तो उसके जवाब में एक ने चमचागिरी का आरोप लगाया। बैठक की शुरुआत ही तीखी बहस से हुई। बैठक शुरू होने से पूर्व मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी चत्रिगुप्त कुमार ने जैसे ही गत बैठक की संपुष्टि की बात कही, जिप सदस्य अवधेश यादव ने उन्हें टोकते हुए पहले सभी सदस्यों को गत बैठक का प्रतिवेदन उपलब्ध कराने की मांग कर दी। इसके बाद कुछ देर तक मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी निरुत्तर हो गए। इस दौरान सागर ने मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के पक्ष में गत बैठक की संपुष्टि और उसके क्रियान्वयन की जम्मिेदारी सदन की ओर से अध्यक्ष को दिए जाने की बात कही।
सागर के बीचबचाव से कई पार्षद उग्र हो गए और सबों ने पहले गत बैठक में ली गयी योजनाओं की सूची मांगनी शुरू कर दी। इस दौरान जिप सदस्य शीतल झा ने गत बैठक में ली गयी योजनाओं को खारिज करने की मांग सदन से की। इस पर सागर और शीतल झा में काफी देर तक नोंकझोंक चलती रही। जिप सदस्य अवधेश यादव ने पोर्टल पर अपलोड षष्ठम मद की योजना में अनियमितता की बात कहते हुए उसे निरस्त करने और पुन: नए सिरे से योजनाओं को अपलोड करने का प्रस्ताव दिया। इस पर अधिकतर सदस्यों ने उनका समर्थन किया। बैठक के दौरान मुद्दों पर चर्चाएं कम और पक्ष-विपक्ष में नोंकझोंक काफी हुई। इस वजह से अंत में जिप अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने सभी सदस्यों से अपनी-अपनी योजनाओं और अपनी बातों की सूची लिखित रूप से देने को कही। जिला परिषद की संपत्ति मछहट्टा पर जिसने वर्षों से अतक्रिमण कर रखा है उस पर जिला परिषद कार्यालय काफी मेहरबान दिख रहा है। अतक्रिमणकारियों से अतक्रिमण मुक्त कराने के बदले जिला परिषद उन्हें ही मछहट्टा किराए पर देने पर विचार कर रहा है। इसके लिए उन्हें पिछले 10 वर्षों का बकाया किराया देना होगा।
पूर्व जिप उपाध्यक्ष ललिता झा ने वत्तिीय वर्ष 2020-21 से लेकर 2024-25 तक की योजनाओं को सभी पार्षदों में एक समान रूप से बांटने और जिला परिषद का आंतरिक स्त्रोत बढ़ाने की बात कही।
मनरेगा में रुकावट करने का आरोप : जिप सदस्य धीरज झा ने मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी पर आरोप लगाया कि जब से उन्होंने पदभार ग्रहण किया, उन्होंने जिप सदस्यों से अनुशंसित मनरेगा कार्य पर रोक लगा रखी है। जवाब में मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि जिला परिषद मनरेगा योजना के लिए थर्ड पार्टी एजेंसी के रूप में है। विभाग की कुछ विसंगतियां और व्यावहारिक कठिनाई से जिला परिषद मद से मनरेगा कार्य करने में कठिनाई हो रही है। सदस्यों से अपनी योजनाओं की सूची उपलब्ध कराने को कहा ताकि उनका काम पंचायत समिति मद से कराया जा सके।
अधिक राशि देने पर बनी सहमति
बैठक के दौरान वत्तिीय वर्ष 2020-21 से लेकर 2025-26 तक की विकास राशि की गणना करने और पोर्टल पर अपलोड योजना की जांच करते हुए जहां अधिक राशि खर्च हुई है वहां कटौती करने और जहां कम काम हुए हैं वहां कटौती की राशि देने का प्रस्ताव जिप सदस्य लाल सिंह ने दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि पंचम, षष्ठम और पंद्रहवीं मद में जो भी राशि मिली है उसका 10 से 20 प्रतिशत अधिक जिप अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को खर्च करने के लिए दें और बाकी की राशि सभी पार्षदों को समान रूप से विकास कार्य के लिए दिया जाए। इसका समर्थन कई सदस्यों ने मेज थपथपाकर किया।
योजना लोड करने में मेरे साथ हुई गद्दारी : अध्यक्ष
बैठक के दौरान कई जिप सदस्यों ने अध्यक्ष पर पोर्टल पर योजना अपलोड करने और राशि के बंटवारे में अनियमितता का आरोप लगाया। इसके जवाब में अध्यक्ष ने कहा कि मैंने जिसे योजना लोड करने की सूची दी उसने मेरे साथ गद्दारी की। मैं न तो चोर हूं न बईमान हूं। मैं सभी सदस्यों को एक समान रूप से काम दूंगी। इस दौरान अध्यक्ष ने मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे उनके द्वारा कही गई बातों को अनसुना कर देते हैं।
बेंता रेस्ट हाउस टेंडर की कराई जाएगीजांच
जिला परिषद के बेंता स्थित रेस्ट हाउस को कम कीमत पर बिना किसी टेंडर के लेने और पुन: उसको तीसरी पार्टी के हाथों अधिक कीमत पर भाड़ा लगा देने की जांच होगी। हालांकि मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने पहले तो इस बात की जानकारी से इनकार कर दिया, लेकिन जब उन्हें इसका साक्ष्य होने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होगी।
बैठक में पति के साथ शामिल हुईं प्रमुख
जिला परिषद की सामान्य बैठक के लिए जिप सदस्यों के अलावा प्रखंड प्रमुख, स्थानीय विधायक, एमएलसी और सांसदों को आमंत्रित किया गया था। बैठक में दर्जनों प्रमुखों के संग विधायक और सांसदों ने भाग नहीं लिया। लेकिन, घनश्यामपुर की प्रमुख अपने पति के साथ बैठक में शामिल हुईं। उन्हें जिला परिषद कार्यालय के कर्मी की ओर से वीआईपी सुविधा मुहैया करायी गयी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।