सिटी एसपी ने चार पुलिस अधिकारियों को माना दोषी
लहेरियासराय | संवाद सूत्र मनीगाछी थाने में संतोष राय की पिटाई के मामले में...
लहेरियासराय | संवाद सूत्र
मनीगाछी थाने में संतोष राय की पिटाई के मामले में बहेड़ी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार सहित तीन अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। इन लोगों के विरुद्ध सिटी एसपी अशोक प्रसाद को जांच की जिम्मेवारी दी गई थी। सिटी एसपी ने जांच में चारों अधिकारियों को दोषी पाया है। इस बात की रिपोर्ट भी सिटी एसपी ने एसएसपी को सौंप दी है। रिपोर्ट में बहेड़ी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार के अलावा एसआई रामा शंकर पांडेय, एएसआई कन्हैया सिंह व बच्चन पासवान को आरोपित बनाया गया है। मालूम हो कि संतोष राय ने पुलिस हिरासत में मारपीट करने का आरोप इन चारों अधिकारियों पर लगाया था। इसके लिए संतोष ने आईजी अजिताभ कुमार से न्याय की गुहार लगाई। आईजी ने जांच की जिम्मेवारी एसएसपी को सौंपी। एसएससी ने सिटी एसपी को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। सिटी एसपी द्वारा कई बिंदुओं पर जांच की गयी। इसमें चारों आरोपित अधिकारी दोषी पाए गए हैं। बताया जाता है कि संतोष राय अपने परिचित ओम प्रकाश को मनीगाछी थाने में छुड़ाने के लिए गया था। वहां उनकी तत्कालीन थानाध्यक्ष रंजीत कुमार से बहस हो गई। इसी बात पर रंजीत कुमार के अलावा तीनों अधिकारियों ने संतोष राय की बेरहमी से पिटाई कर दी। सिटी एसपी अशोक प्रसाद ने कहा कि जांच में ये सभी दोषी पाये गए हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है।
ट्रैफिक डीएसपी ने की थी मामले की जांच:
लहेरियासराय। शुरुआती दौर में ट्रैफिक डीएसपी बिरजू पासवान को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। इसमें ट्रैफिक डीएसपी ने कहा था कि न्यायालय में उपस्थित होने से पहले करीब तीन घंटे तक संतोष राय पुलिस अभिरक्षा में था। उसके बाद न्यायालय ले जाया गया है। इसी क्रम में उसकी पिटाई हुई है। इसके अलावा जब संतोष राय को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया उस समय संतोष राय ने अपने बदन के विभिन्न हिस्सों पर लगे चोट के निशान जज को दिखाये। उसके बाद जज ने फिर से संतोष राय की चिकित्सीय जांच का आदेश दिया। उसके बाद जेल के चिकित्सक द्वारा उनके जख्म की जांच की गई। इसमें पिटाई की बात सामने आई।