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कोरोना संदिग्ध के भागने की सूचना से प्रशासन रहा हलकान

कोरोना का एक संदिग्ध मरीज रविवार की सुबह डीएमसीएच के आईडीएच स्थित आइसोलेशन वार्ड से फरार हो गया। वहीं दूसरे मरीज को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। इधर, मरीज के फरार होने की सूचना मिलने पर...

कोरोना संदिग्ध के भागने की सूचना से प्रशासन रहा हलकान
दरभंगा | नगर प्रतिनिधिMon, 16 Mar 2020 02:42 PM
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कोरोना का एक संदिग्ध मरीज रविवार की सुबह डीएमसीएच के आईडीएच स्थित आइसोलेशन वार्ड से फरार हो गया। वहीं दूसरे मरीज को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। इधर, मरीज के फरार होने की सूचना मिलने पर अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद ने बेंता ओपी को सूचना दे दी है। 
जानकारी के अनुसार बहादुरपुर प्रखंड के एक मरीज को रविवार की सुबह इलाज के लिए डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में लाया गया था। वह पिछले कई हफ्तों से बुखार, सर्दी, खांसी और सीने में दर्द से पीड़ित था। बताया जाता है कि चिकित्सकों ने उसे आइसोलेशन वार्ड में रेफर कर दिया। ट्रॉली पर लादकर उसे आइसोलेशन वार्ड ले जाया जा रहा था। इसी दौरान वह रास्ते में ही ट्रॉली से कूदकर फरार हो गया। हालांकि यहां सवाल यह भी उठ रहा है कि मरीज इतनी गंभीर स्थिति में ट्रॉली से कूदकर कैसे फरार हो गया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. राज रंजन प्रसाद ने एक संदिग्ध मरीज के फरार होने की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस को इसकी सूचना दे दी गयी है। 
इस मामले में डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि उस मरीज को दौरा आने की शिकायत थी। वह इसी का इलाज कराने डीएमसीएच आया था। लेकिन जब उसे ट्रॉली से ले जाया जा रहा था तो वह अचानक उठकर भाग गया। अस्पताल में उसके घर का पता और मोबाइल नंबर मौजूद है। उसे ढूंढ़ने उसके घर पर पुलिस को भेजा गया तो वह घर पर ही मिला। वह मछली मारने का काम करता है। उसकी उम्र लगभग 35 साल है। 
उधर, नेपाल में पढ़ने वाली छह वर्षीया एक छात्रा को शनिवार की देर रात मधुबनी से डीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में लाया गया था। वह अररिया जिले के एक गांव की रहने वाली बताई जाती है। बुखार, खांसी, सर्दी और सीने में दर्द की शिकायत लेकर पहुंची बच्ची को डॉक्टरों ने आइसोलेशन वार्ड में रेफर कर दिया। परिजनों ने बताया कि बच्ची पिछले 15 दिनों से बीमार है। रविवार की सुबह बच्ची के परिजनों ने उसकी त्वरित जांच की मांग की। उन लोगों को बताया गया कि बच्ची का सैंपल कलेक्ट कर उसे जांच के लिए पटना भेजा जाएगा। दो दिनों के बाद जांच रिपोर्ट आएगी। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि बच्ची कोरोना वायरस से पीड़ित है या नहीं। दो दिनों में जांच रिपोर्ट मिलने की जानकारी देने व आइसोलेशन वार्ड में उपलब्ध सुविधाओं पर सवाल उठाते हुए परिजन बच्ची को पटना रेफर करने की मांग करने लगे। उनकी मांग पर छात्रा को आइजीआइएमएस रेफर कर दिया गया। अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि परिजनों की मांग पर बच्ची को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। इस मामले में डीएम ने कहा कि परिजनों के लिखित अनुरोध पर बच्ची को प्रोपर वे में आइजीआईएमएस, पटना भेजा गया है। उसका सम्पूर्ण ब्योरा दरभंगा जिला प्रशासन ने अररिया जिला प्रशासन से भी शेयर किया है। उक्त मरीज की लगातार ट्रेसिंग की जा रही है। 
दिनभर संदेहास्पद बना रहा मामला
इधर, डीएमसीएच में कोरोना के एक और संदिग्ध मरीज के आने और फिर उसके वहां से फरार हो जाने की चर्चा है। मरीज मधुबनी का बताया जा रहा है। इस संबंध में पूछने पर डीएम ने कहा कि हमें पुलिस के माध्यम से यह सूचना मिली थी कि शनिवार की रात को मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड का एक मरीज डीएमसीएच पहुंचा था, लेकिन उसमें कोरोना का लक्षण नहीं मिलने पर उसे भर्ती नहीं किया गया। डीएम ने कहा कि अस्पताल अधीक्षक ने उक्त मरीज के डीएमसीएच पहुंचने की पुष्टि नहीं की है। डीएम ने कहा कि उक्त मरीज के बारे में हमने मधुबनी के डीएम को सूचना दे दी है। वे अपने स्तर से मरीज के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। देर शाम तक उसका पूरा ब्योरा मिल जाने की उम्मीद है।  

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