
मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना को नीतीश कैबिनेट से मंजूरी, डेढ़ लाख रुपये तक मानदेय मिलेगा
संक्षेप: मुख्यमंत्री फैलोशिप योजना के तहत आईआईएम बोधगया से ट्रेनिंग होगी, जिसका प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। यह फेलोशिप 2 साल के लिए होगी। इस दौरान चयनित छात्रों को 80000 से डेढ़ लाख रुपये तक मानदेय मिलेगा।
मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना को नीतीश कैबिनेट से मंजूरी दे दी गई है। इस योजना के तहत चुनिंदा सरकारी कर्मियों को आईआईएम बोधगया में ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान चयनित विद्यार्थियों को 80 हजार रुपये से लेकर डेढ़ लाख रुपये तक मानदेय भी मिलेगा। बताया जा जा रहा है कि लोक नीति के निर्माण एवं क्रियान्वयन में गुणवत्ता लाने के उद्देश्य से यह योजना लाई गई है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री फैलोशिप योजना समेत कुल 26 एजेंडों पर मुहर लगाई गई। सीएम फैलोशिप योजना के तहत बिहार सरकार के कार्यालयों में 121 सरकारी कर्मी लाभान्वित होंगे। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), बोधगया में ट्रेनिंग के बाद फेलोशिप पूरा होने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
इस योजना में मुख्यमंत्री कार्यालय, उपमुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय, विकास आयुक्त कार्यालय, सचिवालय स्थित सभी विभागीय कार्यालय, प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय और नगर आयुक्त कार्यालयों में फेलोशिप की जा सकेंगी। प्रति छात्र 1.5 लाख रुपये, 1.25 लाख रुपये, एक लाख रुपये और 80 हजार रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाएगा।
यह फेलोशिप 2 साल की होगी। लोक नीति निर्माण एवं क्रियान्वयन के लिए विभिन्न स्तरों पर उच्च गुणवत्ता वाले अनुभवी विशेषज्ञों को संबंद्ध करने के लिए यह योजना लागू की गई है।





