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पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत पर दिन भी बवाल

पेज तीन की लीड पास पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत पर सोनपुर रेवा-पथ को पेड़ की डाल काट जाम करते ग्रामीण दरियापुर, एक संवाददा

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराMon, 19 Aug 2024 03:48 PM
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पेज तीन की लीड युवक का शव सड़क पर रख ग्रामीणों ने किया जाम बारवे ढाला के पास सोनपुर-रेवा पथ रहा जाम, परेशानी दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे ग्रामीण पेड़ की डाल को काट कर सड़क को पूरी तरह से जाम किया 16 - दरियापुर के बारवे के पास पुलिस अभिरक्षा में युवक की मौत पर सोनपुर रेवा-पथ को पेड़ की डाल काट जाम करते ग्रामीण दरियापुर, एक संवाददाता। स्थानीय पुलिस की अभिरक्षा में रविवार को युवक की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने दूसरे दिन सोमवार को भी बवाल काटा। रविवार की रात में ग्रामीणों द्वारा किया गया रोड जाम दूसरे दिन सोमवार को भी जारी रहा। दोपहर बाद करीब तीन बजे जाम हटाया जा सका। ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। मृतक बारवें गांव के चंदेश्वर दास का पुत्र बिट्टू कुमार था। मालूम हो कि ग्रामीणों ने रविवार की देर शाम करीब आठ बजे थाने पर बवाल करने के बाद बारवे ढाला के पास सोनपुर-रेवा पथ को जाम कर दिया। यहीं पर मृतक का घर भी है। ग्रामीणों ने आगजनी की व पेड़ की डाल को काट कर सड़क को पूरी तरह से जाम कर दिया। दूसरे दिन करीब तीन बजे जाम हटा। जानकारी के अनुसार शाम में ग्रामीण अपने गांव लौट गए व वहीं सड़क को जाम कर दिया। इससे यातयात पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। देर रात पोस्टमार्टम से शव आने के बाद ग्रामीण शव को भी जाम स्थल पर रख दिए। ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि पुलिस शव को ढाला के पास इसी तरह रख कर चली गई। ग्रामीण बार बार यही मांग कर रहे थे कि युवक निर्दोष था और उसके साथ बेवजह मारपीट गई। इससे उसकी मौत हो गई। दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए। कुछ ग्रामीण जाम स्थल से सोनपुर डीएसपी से मिलने चले गए और वहां कारवाई की मांग की। गौरतलब हो कि रविवार की शाम पुलिस अभिरक्षा में 22 वर्षीय बिट्टू की मौत हो गई थी। पुलिस का कहना था कि शराब की छापेमारी के दौरान नदी में डूबने से मौत हुई है। परिजनों को मिली सरकारी सहायता जाम स्थल पर ही वरीय अधिकारियों के निर्देश पर बीडीओ ने राजस्व कर्मचारी को भेजा व मुख्यमंत्री सहायता कोष से 20 हजार की राशि दिलवाई। वहीं मुखिया द्वारा कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार रुपए दिए गए लेकिन परिजन इससे संतुष्ट नहीं दिखे। हांलाकि करीब तीन बजे वे जाम खत्म कर चले गये। इस दौरान कोई प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी वहां नहीं पहुंचा। ग्रामीण अपनी मांग दोहराते हुए जाम खत्म किये। शराब माफियाओं के कारण बवाल की चर्चा स्थानीय थाने व बारवे में बवाल व जाम की मुख्य वजह लोग शराब माफियाओं को मान रहे हैं। इसकी चर्चा यहां जोरों पर है। चूकि गंडक के दियारे में शराब की भट्ठियां धड़ल्ले से चल रही हैं। पुलिस भी परेशान है। कई माफिया पकड़े गए है। इससे उनमें हड़कंप मचा हुआ है। इधर पुलिस छापेमारी भी कर रही है। कुछ लोगों का कहना है कि मौत को ढाल बना शराब माफिया पुलिस को लपेटे में लेने के प्रयास में लगे हुए हैं। इसी वजह से बवाल दूसरे दिन तक चलते रहा।

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