बिस्कोमान चेयरमैन चुनाव: पति से मुकाबला नहीं कर सकीं वंदना
बिस्कोमान के चेयरमैन के चुनाव में ताल ठोक रहे पति डॉ सुनील कुमार सिंह के मुकाबले दांव आजमाने का मंसूबा संजोयी उनकी पत्नी वंदना सिंह को करारा झटका लगा। डॉ सुनील निर्विरोध निर्वाचित हुए। पति के मुकाबले...
बिस्कोमान के चेयरमैन के चुनाव में ताल ठोक रहे पति डॉ सुनील कुमार सिंह के मुकाबले दांव आजमाने का मंसूबा संजोयी उनकी पत्नी वंदना सिंह को करारा झटका लगा। डॉ सुनील निर्विरोध निर्वाचित हुए। पति के मुकाबले वंदना को मैदान छोड़ने पर विवश होना पड़ा। उनका कहना है कि मैं यह प्रयास छोडूंगी नहीं और नारी सशक्तीकरण के बल पर यह पद हासिल करके रहूंगी।
चुनाव में सफल नहीं होने के बाद पति की जीत पर वंदना सिंह ने उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बिस्कोमान को जीरो से हीरो बनाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही है। बिहार और झारखंड में किसानों के लिए वे सतत लड़ाई लड़ते रहे हैं। उनकी हर वक्त कोशिश रहती है कि खेती के मौसम में किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध हो सके।
इधर नेफेड के उपाध्यक्ष बनने के बाद एक अहम फैसला हुआ। अब किसानों का मक्का भी बिस्कोमान नेफेड के साथ मिलकर खरीदारी करेगा। वंदना सिंह के साथ विधायक अमिता भूषण व अन्य महिलाओं ने भी निर्वाचित अध्यक्ष सारण निवासी सुनील सिंह का स्वागत किया।
इस अवसर पर डॉक्टर सुनील सिंह ने कहा कि किसान उनकी आत्मा है और मरते दम तक किसानों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। नेफेड की बैठक में बिहार के किसानों के मक्का की खरीदारी करने के लिए आवाज उठाई और सहर्ष भाव से नेफेड ने इस बार खरीदारी करने का मन बना लिया है। आने वाले समय में यदि सरकार की भूमिका रही तो दलहन और तिलहन की भी खरीदारी बिहार के किसानों से बिस्कोमान नेफेड के साथ मिलकर करेगा।