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मशाल के लिए होगा तीन दिवसीय प्रशिक्षण आज से, जुटेंगे शिक्षक

पेज छह की लीड नाने का अनोखा अवसर 26 दिसंबर से शुरू होगा प्रशिक्षण 02 सत्रों में है व्यवस्था छपरा, हमारे प्रतिनिधि। मशाल कार्यक्रम के तहत जिले में होने वाले खेल आयोजनों को लेकर शिक्षकों का तीन दिवसीय...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराWed, 25 Dec 2024 09:31 PM
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मशाल  के लिए  होगा तीन दिवसीय प्रशिक्षण आज से, जुटेंगे शिक्षक

राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों के प्रतिभावान खिलाड़ियों की होगी खोज स्कूलों में पढ़ने वाले खिलाड़ियों को खेल के माध्यम से पहचान बनाने का अनोखा अवसर 26 दिसंबर से शुरू होगा प्रशिक्षण 02 सत्रों में है व्यवस्था छपरा, हमारे प्रतिनिधि। मशाल कार्यक्रम के तहत जिले में होने वाले खेल आयोजनों को लेकर शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरुवार से शुरू होगा। इसके लिए जिला शिक्षा विभाग की ओर से तैयारी शुरू की गयी है। विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों को अलग-अलग सत्रों में प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण 26 से 28 दिसंबर तक चलेगा। जिला स्तरीय मशाल ट्रेनिंग के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बीईओ को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि मध्य, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के एक शारीरिक शिक्षक, स्वास्थ्य अनुदेशक व जिस विद्यालय में शारीरिक शिक्षक नहीं हैं, वहां के नामित शिक्षक व एक कंप्यूटर शिक्षक को ट्रेनिंग दी जायेगी। एक विद्यालय के दो शिक्षकों को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर उक्त तिथियों को ट्रेनिंग देंगे। प्रेक्षा गृह में शिक्षकों को मिलेगी ट्रेनिंग शिक्षकों को शहर के प्रेक्षा गृह में ट्रेनिंग दी जायेगी। पहले दिन 26 दिसंबर को अमनौर, बनियापुर व छपरा सदर के शिक्षकों को सुबह नौ बजे से साढ़े चार बजे तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। पहले दिन कुल प्रशिक्षु 584 होंगे। अगले दिन 27 दिसंबर को दो सत्रों में ट्रेनिंग होगी। दरियापुर, दिघवारा, एकमा व गड़खा के शिक्षकों को नौ बजे से 12.30 तक व इसुआपुर, जलालपुर, लहलादपुर, मकेर, मांझी व मढौरा के शिक्षकों को डेढ़ बजे से साढ़े चार बजे तक ट्रेनिंग दी जायेगी। 28 दिसंबर को प्रथम सत्र में मढौरा, मशरक, नगरा व परसा के शिक्षक ट्रेनिंग लेंगे। दूसरे सत्र में रिविलगंज, सोनपुर, तरैया, पानापुर के शिक्षक प्रशिक्षण के लिए जुटेंगे। प्रतिभागिता नहीं होने पर कार्रवाई जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने पत्र में कहा है कि जो नामित शिक्षक ट्रेनिंग में भागीदारी सुनिश्चित नहीं करेंगे, उन पर कार्रवाइ्र की जायेगी। अब देखना है कि अधिकारी का यह आदेश कितना कारगर साबित होता है। पत्र के अनुसार तीन दिनों में विभिन्न प्रखंडों के कुल 2820 शिक्षकों को प्रशिक्षण में शामिल होना है। विद्यार्थियों की खेल प्रतिभा निखरेगी खेल प्रेमियों का कहना है कि मशाल की रोशनी में विद्यार्थियों की खेल प्रतिभा निखरेगी। राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों के प्रतिभावान खिलाड़ियों की खोज का अभियान मशाल शुरू किये जाने के बाद युवा खिलाड़ियों में उत्साह है। दरअसल राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों के प्रतिभावान खिलाड़ियों को खोजने व उनकी पोषित करने के लिए मशाल एक खेल मंत्र है जो विद्यालय स्तर से ही खेल संस्कृति खेलेगा बिहार तो खिलेगा बिहार के तहत कार्यान्वित होना है। इन खेलों का होना है आयोजन मशाल 2024 प्रतियोगिता के अंतर्गत बालक-बालिका के लिए कुल पांच खेल विधाएं- एथलेटिक्स (60/600 मीटर, 100-800 मीटर, लम्बी सूद, क्रिकेट बॉल थो, साइकिलिंग, कबड्‌डी, फुटबॉल, एवं वालीबॉल खेल का आयोजन किया जाना है। खेल शिक्षकों की ट्रेनिंग की तैयारी मशाल के आयोजन के प्रथम चरण में खेल शिक्षकों को पटना में प्रशिक्षण मिला है। दूसरे चरण में जिला स्तर के प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण होगा। कम्प्यूटर शिक्षक भी शामिल होंगे, चूंकि सभी विद्यालय के प्रतिभागियों का ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होना है इसलिए कम्प्यूटर शिक्षक भी इसका प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। -- भगवान के प्रसाद में तुलसी के पत्ते का होना जरूरी: स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज फोटो 10 तुलसी पूजन दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते बच्चे छपरा। प्रभुनाथ नगर स्थित आइडियल स्कॉलर्स पब्लिक स्कूल में तुलसी पूजन दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्कूल की नन्हे नन्हे बच्चों और छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में अतिथियों का मन मोह लिया। मुख्य अतिथि रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज ने कहा कि हमारी प्राचीन परंपरा के अनुसार भगवान के प्रसाद में तुलसी के पत्ते का होना जरूरी होता है। जब तक प्रसाद में तुलसी का पत्ता नहीं डाला जाता है। तब तक देवता पूरी तरह से खुश नहीं होते हैं। उपस्थित सभी लोगों को अनिवार्य रूप से अपने घर में कम से कम एक तुलसी का पौधा लगाने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को तुलसी की पूजा करनी चाहिए। उद्घाटन रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव के अलावा बृजेंद्र नाथ सिन्हा, डॉ प्रो अमरनाथ प्रसाद,खुशबू ठाकुर, संजीव चौधरी नेदीप प्रज्वलित कर किया। मंच संचालन आस्वति श्रीवास्तव व धन्यवाद ज्ञापन स्कूल की संस्थापिका सह निदेशक डॉ अंजली सिंह के द्वारा किया गया।

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