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वायरल फीवर के बीच डेंगू से बचने की है बड़ी चुनौती

ले में डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मलेरिया माह की तर्ज पर जुलाई माह को डेंगू माह के रूप में मनाया गया। इस दौरान...

वायरल फीवर के बीच डेंगू से बचने की है बड़ी चुनौती
हिन्दुस्तान टीम,छपराWed, 04 Aug 2021 08:30 PM
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छपरा। हमारे संवाददाता

सारण जिले में फिलहाल डेंगू के मरीज नहीं मिले हैं लेकिन जिले में डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मलेरिया माह की तर्ज पर जुलाई माह को डेंगू माह के रूप में मनाया गया। इस दौरान शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के लक्षण की जांच किया जा रहा है सर्वे में जो संदिग्ध मरीज पाए जाएंगे, उन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। इसके लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से डेंगू वार्ड तैयार किया जा रहा है। मरीज के मिलने के बाद उन्हें भर्ती कर इलाज कराया जाएगा । वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्त्रम के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्त्रम पदाधिकारी ने पत्र जारी कर सभी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप सिंह ने बताया कि सारण जिले में कालाजार मरीजों की संख्या है लेकिन अभी डेंगू के मरीज नहीं मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों को पानी टंकी तथा घरों के अंदर साफ पानी जमा करने वे बर्तनों को ढ़ककर रखने के लिए प्रेरित किया जायेगा। दिन में भी मच्छर से बचने के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए आम जनता में जागरूकता फैलाया जायेगा। उचित योजना के तहत डेंगू रोकथाम गतिविधियों में जनसमुदाय की सहभागिता सुनिश्चित किया जायेगा।

ये हैं डेंगू के लक्षण:

अकस्मात तेज सिर दर्द होना, बुखार होना। मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना। आंखों के पीछे दर्द होना, जो आंखों को घुमाने से बढ़ता है। घबराहट होना व उल्टी होना। गंभीर मामलों में नाक, मुंह, मसूड़ों से खून आना व त्वचा पर चकत्ते उभरना। य

ये हैं रोकथाम के उपाय

डेंगू फैलाने वाले मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। कूलर, पानी की टंकी, फ्रिज की ट्रे, टूटे हुए बर्तनों व टायरों में पानी को एकत्रित न होने दें। पानी के भरे हुए वर्तनों, टंकी को ढक कर रखें। कूलर को खाली करके सुखा लें। यह मच्छर दिन में काटते हैं, पूरे शरीर को कपड़ों से ढक कर रखें। लक्षण होने पर शीघ्र ही जांच कराएं।

कोट

सारण जिले में अभी डेंगू के मरीज नहीं मिले हैं। वैसे स्वास्थ्य प्रशासन की ओर से पूर्व के माह में डेंगू को लेकर विशेष अभियान चलाया गया और लोगों को जागरूक किया गया है। छपरा सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए दो वार्ड बनाए जाएंगे। इसकी तैयारी चल रही है।

डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार

सिविल सर्जन

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