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मनरेगा के तहत प्रत्येक प्रखंड में दो मॉडल योजना बनेगी

जल-संरचनाओं, निजी पोखर एवं सोख्ता निर्माण से संबंधित कार्यों को केंद्रित करते हुए निर्धारित लक्ष्यों को पूर्ण हासिल करने का...

मनरेगा के तहत प्रत्येक प्रखंड में दो मॉडल योजना बनेगी
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायThu, 27 Jan 2022 07:40 PM
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बेगूसराय। हमारे प्रतिनिधि

मनरेगा कार्यक्रम सामाजिक स्तर पर परिसंपत्तियों के निर्माण के साथ ही जनोपयोगी योजनाओं के क्रियान्वयन का अवसर प्रदान करता है। अतः सभी कार्यक्रम अधिकारी योजनाओं के चयन एवं क्रियान्वयन के कार्यों को गंभीरता से करते हुए मनरेगा के मूल उद्देश्यों को धरातल पर उतारना सुनिश्चित करें। यह निर्देश डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने दिया। वे कारगिल विजय सभा भवन में जिले में मनरेगा के तहत क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं के अद्यतन स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।

डीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पन्न होने वाली जलजमाव के स्थायी निदान एवं नाला-उडाही से संबंधित कार्यों की संभावनाओं को चिह्नित करते हुए उस पर कार्य करने का भी निर्देश दिया। इसी क्रम में उन्होंने अगले तीन-चार महीनों में जिला अंतर्गत चिन्हित सार्वजनिक जल-संरचनाओं, निजी पोखर एवं सोख्ता निर्माण से संबंधित कार्यों को केंद्रित करते हुए निर्धारित लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूर्ण हासिल करने का निर्देश दिया।

इसके साथ ही उन्होंने वित्तीय वर्ष 2021-22 के शेष अवधि में सभी प्रखंडों में परिसंपत्ति निर्माण से संबंधित 02-02 ऐसी योजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया जिसे मॉडल के तौर प्रस्तुत किया जा सके। साथ ही उन्होंने नई जीपीडीपी कार्ययोजनाओं में भी जन-समस्याओं के निदान अथवा जनोपयोगी संबद्ध कम-से-कम दो योजनाओं को शामिल कराते हुए उन योजनाओं को भी ससमय पूर्ण करने का निर्देश दिया।

लक्ष्य के विरुद्ध 53.97 प्रतिशत की उपलब्धि को कमतर बताते हुए प्रगति लाने का निर्देश

डीएम ने मनरेगा के तहत सृजित मानव कार्य दिवसों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंतर्गत जनवरी 2022 तक निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 53.97 प्रतिशत की उपलब्धि को कमतर बताते हुए उसमें प्रगति लाने का निर्देश दिया। इसी क्रम में वित्तीय वर्ष 2019-20, 2020-21 तथा 2021-22 में मनरेगा के तहत प्रारंभ की गई योजनाओं के विरुद्ध पूर्ण की गई योजनाओं की समीक्षा की। वित्तीय वर्ष 2019-20 के तहत तेघड़ा, मसूरचक वीरपुर, बछवाड़ा, बेगूसराय सहित अन्य सभी प्रखंडों को भी लंबित कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने मोबाइल ऐप पर आधारित वृक्षारोपण के निरीक्षण से संबंधित कार्यों की समीक्षा के क्रम में लक्षित योजनाओं 16643 के विरुद्ध अब तक 42.17 प्रतिशत योजनाओं के ही निरीक्षण पर नाराजगी जाहिर की। लंबित कार्यों को अविलंब पूर्ण करने का निर्देश दिया।

मनरेगा अंतर्गत किए गए कार्यों के लिए ससमय भुगतान करें

मनरेगा अंतर्गत किए गए कार्यों के लिए ससमय भुगतान करने का भी निर्देश दिया। ससमय भुगतान संबंधी मामलों की समीक्षा के क्रम में उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को योजना के निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप कार्य करने तथा मस्टरोल के अनुरूप भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सोकपीट निर्माण से जुड़े कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने अब तक लिए गए कुल योजनाओं 6047 में से अब तक पूर्ण 4643 योजनाओं को कमतर बताया तथा शेष कार्यों को भी अविलंब पूर्ण करने तथा अपलोड के लिए लंबित 593 पूर्ण योजनाओं को भी जल-जीवन हरियाली पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने सोकपीट से संबंधित नई योजनाओं को भी शामिल करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही निजी पोखर निर्माण योजना तथा सार्वजनिक जल संरचनाओं से संबंधित लंबित कार्यों को भी सभी कार्यक्रम अधिकारी को व्यक्तिगत रूचि लेते हुए पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सुशांत कुमार सहित सभी संबंधित कार्यक्रम अधिकारी, कनीय अभियंता एवं सहायक अभियंता मौजूद थे।

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