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दिव्यांग स्कूली बच्चों का डाटा होगा अपडेट, एक अप्रैल से सर्वे

की लीड छपरा। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वावधान में वित्तीय वर्ष 2020-21 में समावेशी शिक्षा कार्यक्रम के तहत प्रखंड दिव्यांगता रजिस्टर को अपडेट किया जाएगा। इसको लेकर पूरे जिले...

दिव्यांग स्कूली बच्चों का डाटा होगा अपडेट, एक अप्रैल से सर्वे
हिन्दुस्तान टीम,छपराWed, 24 Mar 2021 08:00 PM
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पहल

समावेशी शिक्षा के तहत प्रतिनियुक्त कर्मी पूरे जिले का करेंगे सर्वे

दिव्यांगों की पहचान कर उन्हें उपलब्ध करायी जाएंगी सुविधाएं

03-18 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों को किया जाएगा चिह्नित

05 जून तक एसएसए कार्यालय में सर्वे का डाटा करना है जमा

छपरा। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि

बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वावधान में वित्तीय वर्ष 2020-21 में समावेशी शिक्षा कार्यक्रम के तहत प्रखंड दिव्यांगता रजिस्टर को अपडेट किया जाएगा। इसको लेकर पूरे जिले में दिव्यांग बच्चों की पहचान के लिए डोर-टू-डोर सर्वे शुरू होगा। इसको लेकर सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजन कुमार गिरि ने सभी संसाधन शिक्षकों, पुनर्वास विशेषज्ञों व समावेशी शिक्षा के प्रखंड साधन सेवियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है। जिसमें कहा गया है कि जिले के प्रत्येक प्रखंड में दिव्यांग बच्चों की संपूर्ण जानकारी प्रखंड दिव्यांगता पंजी में है। प्रत्येक वर्ष इसका डोर-टू-डोर सर्वे के आधार पर अपडेट किया जाता है। इस साल भी जिले में कार्यरत सभी संसाधन शिक्षक, पुनर्वास विशेषज्ञ व समावेशी शिक्षा के प्रखंड साधन सेवी ही डोर-टू-डोर सर्वे करेंगे।

एक अप्रैल से शुरू होगा सर्वे कार्य

जिले में सर्वेक्षण कार्य एक अप्रैल से शुरू होगा। यह कार्य दो माह में ही कर लेना है ताकि पांच जून तक एसएसए कार्यालय को साफ्ट व हार्ड कॉपी में एसएसए कार्यालय को रिपोर्ट जमा की जा सके। विभाग ने हर हाल में दो माह में ही कार्य संपन्न कराने का अल्टीमेटम दिया है। सर्वे के बाद विद्यालय स्तर पर अपडेट बाल पंजी में अंकित दिव्यांग बच्चों की सूची के साथ मिलान किया जाएगा। वहीं जिन दिव्यांग बच्चों का नाम नहीं होगा, उसे सूची में हर हाल में जोड़ा जाएगा। वहीं जिलास्तर पर टीम गठित कर सर्वेक्षण इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी।

दिव्यांगों को मिलेंगी सुविधाएं

सर्वे में 03 वर्ष से लेकर 18 वर्ष के दिव्यांग बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। इनकी संपूर्ण जानकारी एकत्रित की जाएगी। इसके बाद समावेशी शिक्षा के तहत इन्हें सरकारी द्वारा संचालित सभी योजनाओं के तहत उचित सुविधाएं उपलब्ध करायीं जाएंगी। दिव्यांग बच्चो को पढ़ाई की मुख्यधारा से जोड़ने और उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार विभिन्न योजनायें चला रही है। इसी तरह जिले के प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों को एस्कार्ट भत्ता देने की शुरुआत की गई है। सर्व शिक्षा अभियान की ओर से जिले के सरकारी स्कूलों में नामांकित बच्चों को दिव्यांगता के आधार पर उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जानी है। जिससे उनका पठन-पाठन बाधित न हो। एसएसए के संभाग प्रभारी सुधांशु कुमार ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रारंभिक स्कूलों का पिछली बार हुवे सर्वे रिपोर्ट के आधार पर करीब छह हजार बच्चे चिह्नित किये गए है। लाभ लेने के लिए स्कूल में 75 प्रतिशत हाजिरी एवं 40 प्रतिशत या उससे अधिक का दिव्यांगता प्रमाण पत्र होना जरुरी है। उन्हें ही बच्चों को प्रोत्साहन राशि मिलेगी।

कोट

दिव्यांग बच्चो की सुविधाओं का ख्याल रखने और उनसे जुड़ी योजनाओं के शत प्रतिशत संचालन का निर्देश सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों व प्रधानाध्यापकों को दे दिया गया है। एक अप्रैल से सर्वे शुरू होगा। पांच जून तक डॉटा अपडेट करने का निर्देश दिया गया है।

राजन कुमार गिरि

डीपीओ,एसएसए

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