छपरा: कोरोना से बचाव को विदेश से आये लोगों की ट्रैकिंग शुरू
कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में जिला प्रशासन राज्य सरकार के साथ काम कर रहा है। अहम फैसले लिए जा रहें है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सारण में दूसरे देशों से आये लोगों की ट्रैकिंग की शुरुआत...

कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में जिला प्रशासन राज्य सरकार के साथ काम कर रहा है। अहम फैसले लिए जा रहें है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सारण में दूसरे देशों से आये लोगों की ट्रैकिंग की शुरुआत की है।इसकी जिम्मेदारी केयर इंडिया, डब्ल्यूएचओ व यूनिसेफ की टीम को दी गयी। दूसरे देशों या राज्यों से अपने गांव आए व्यक्तियों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। केयर इंडिया के बीएम, यूनिसेफ के बीएमसी व डब्ल्यूएचओ के एफ़एम प्रखंड स्तर पर इस अभियान में सहयोग कर रहें है। विदेश से यात्रियों से पूरी जानकारी एकत्रित की जा रही है। यात्री किस देश से आएं है? कब आएं? किसी तरह का लक्षण है या नहीं? एयरपोर्ट पर जांच की गयी या नहीं? इन सभी जानकारियों को एकत्रित किया जा रहा है। विदेश से आये यात्रियों की ट्रैकिंग पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि सारण जिले में दूसरे देशों से कुल 766 लोग आएं है, जिनका ट्रैकिंग तीनों संस्था के सहयोग से किया जा रहा है। दूसरे देशों से आये यात्रियों का प्रखंडवार डिटेल्स संबधित टीम को भेजा गया है जिसके आधार पर घर घर जाकर ट्रैकिंग किया जा रहा है।
14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह
विदेश से आये प्रत्येक यात्रियों को 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। साथ हीं कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव व लक्षणों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। विदेश से आये यात्रियों व उनके परिवार के सदस्यों को कोविड-19 के लक्षण के संबंध में जागरूक किया जा रहा।
गूगल शीट में अपडेट की जा रही ट्रैकिंग रिपोर्ट
दूसरे देशों या अन्य राज्यों से गांव आए व्यक्तियों का डेटाबेस गूगल शीट में तैयार किया जा रहा है। प्रत्येक दिन गूगल सीट को अपडेट किया जा रहा है। इस अभियान की सुगमता को बनाए रखने के लिए तीनों संस्थाओं के बीच प्रखंड का बंटवारा किया गया है। प्रतिदिन संध्या छह बजे डेवलपमेंट पार्टनर द्वारा तैयार किए गए डेटाबेस की अद्यतन स्थिति से अधोहस्ताक्षरी को अवगत कराया जा रहा है।
परिवार व आस- पड़ोस के लोग क्या करें
जिस व्यक्ति को क्वारेंटाइन में रखा गया है। उसके प्रति दुर्भावना न रखें। वह हमारी बेहतरी के लिए है। जिस व्यक्ति के घर के बाहर होम क्वारेंटाइन का बोर्ड लगा हो, उसका फोटो खींचकर, सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें। क्योंकि संबंधित मकान में रहने वाला व्यक्ति केवल निगरानी में है। वह बीमार नहीं है।
