
बिहार विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने से पहले होंगे चुनाव, CEC ज्ञानेश कुमार ने क्या बताया
संक्षेप: ज्ञानेश कुमार ने कहा, 'मैं बिहार के सभी मतदाताओं से यह आह्वान करता हूं कि जिस तरह हम अपने त्योहारों को उल्लास और श्रद्धा से मनाते हैं, उसी तरह से लोकतंत्र के चुनाव के इस महापर्व को भी उत्सव की तरह मनाएं।'
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने बिहार की राजधानी पटना में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कई अहम जानकारियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है और उससे पहले चुनाव करा लिए जाएंगे। सीईसी ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने पहली बार बूथ-स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया है। एसआईआर 24 जून, 2025 को शुरू किया गया और समयसीमा तक पूरा हुआ।

ज्ञानेश कुमार ने कहा, 'चुनाव आयोग की पूरी टीम पिछले 2 दिनों से बिहार में है। इससे पहले भी हमारे सीनियर अधिकारी पूरे बिहार का दौरा कर चुके हैं। यहां आने के बाद आयोग ने सबसे पहले मान्यता प्राप्त दलों के साथ बैठक की। राज्य के सीनियर अधिकारियों के साथ भी मीटिंग हुई है। अब हम लोग आखिरी चरण में हैं और पूरा ब्यौरा देकर दिल्ली जाना है।'
पहली बार बूथ लेवल एजेंट्स की ट्रेनिंग
सीईसी ने कहा कि चुनाव आयोग ने पहली बार बूथ लेवल एजेंट्स को ट्रेनिंग दी। इसकी शुरुआत बिहार से हुई। यह ट्रेनिंग कुछ महीने पहले दिल्ली में सम्पन्न हुई। उन्होंने बताया, ‘बूथ लेवल ऑफिसर्स की भी खास ट्रेनिंग दी गई है। साधारण तौर पर पुलिस अधिकारियों की ट्रेनिंग जिला या स्टेट टीम में होती थी, लेकिन इस बार दिल्ली में भी ट्रेनिंग शुरू की गई।’
मतदाता सूची पर क्या बोले CEC
ज्ञानेश कुमार ने कहा, 'नामांकन की अंतिम तारीख से 10 दिन पहले तक अभी समय है। अगर किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल को यह चिंता है कि कोई पात्र मतदाता छूट गया है या कोई अपात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, तो वे अपनी दावे और आपत्तियां दर्ज कर सकते हैं। प्राप्त दावों और आपत्तियों का समाधान ईआरओ स्तर पर किया जाएगा। नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद चुनाव समाप्त होने तक सूची स्थिर रहती है। अभी भी समय बाकी है।' उन्होंने कहा कि जहां तक व्यय सीमा का सवाल है, तो निर्वाचन आयोग की ओर से व्यय सीमा के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। प्रत्येक जिले में एक व्यय पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया गया है, जो राजस्व सेवाओं से होगा और व्यय का हिसाब रखेगा।





