सात निश्चय योजना मद में अवैध ढंग से 28 लाख की निकासी जांच
डुमरांव। निज प्रतिनिधिचायत स्थित वार्ड संख्या अठारह की वार्ड सदस्य मनकिया देवी के आरोपों की अधिकारियों की टीम ने जांच की।टीम ने उपरोक्त राशि से बने नाली गली की मापी करायी है।जांच टीम मुखिया और वार्ड...
डुमरांव। निज प्रतिनिधि
सात निश्चय योजना मद में 28 लाख अवैध ढंग से निकासी करने के मामले की चार सदस्यीय टीम ने जांच की।सिमरी प्रखंड के कठार पंचायत स्थित वार्ड संख्या अठारह की वार्ड सदस्य मनकिया देवी के आरोपों की अधिकारियों की टीम ने जांच की।टीम ने उपरोक्त राशि से बने नाली गली की मापी करायी है।जांच टीम मुखिया और वार्ड सदस्य के बीच उत्पन्न तनातनी के कारणों की तलाश कर रही है। लेकिन, अभी तक कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। वहीं जानकार सूत्रों ने इसके पीछे कमीशन के लेनदेन का विवाद करार दिया है।
लोक शिकायत में की फरियाद
कठार पंचायत के वार्ड संख्या अठारह की वार्ड सदस्या मनकिया देवी ने जिला लोक शिकायत निवारण में आवेदन देकर आरोप लगाया है कि ग्राम सेवक फोन कर मुखिया ललन पासवान के दरवाजे पर बुलाया।वार्ड प्रबंध एवं क्रियान्वयन समिति के सचिव बाबू लाल दास के साथ पहुंचे, तो मुखिया ने चेक पर हस्ताक्षर करने के एवज में 80 हजार रुपयों की मांग की।पैसा देने से इनकार करने पर चेकबुक पर हस्ताक्षर कराने के साथ अन्य पंजी मुखिया अपने पास रखा लिये। बाद में पता चला कि योजना मद से कुल बारह चेक के माध्यम से 28 लाख की निकासी की गयी है। वार्ड सदस्या का आरोप है कि मुखिया और पंचायत सचिव ने गलत ढंग से योजना की राशि निकालकर दुरुपयोग किया है। जिला लोक शिकायत पदाधिकारी ने आरोपों की जांच कर प्रतिवेदन उपस्थापित करने का आदेश दिया।
डीडीसी ने गठित की जांच टीम
लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के आदेश पर डीडीसी ने चार सदस्यीय टीम का गठन किया। डीडीसी ने जांच टीम में सिमरी बीडीओ अजय कुमार सिंह,प्रभारी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी शिव शंकर सिंह,सहायक अभियंता अविनाश कुमार और डुमरांव के तकनीकी सहायक राहुल कुमार को शामिल किया गया। डीडीसी ने टीम को पांच बिंदुओं पर जांच करने का निर्देश दिया है। जिसमें राशि गलत तरीके से निकालने और निकासी के अनुरूप कार्य होने की बिंदुओं को गंभीरता से जांच करने को कहा गया था। मंगलवार की देर शाम तक कठार पंचायत के वार्ड संख्या अठारह में जांच टीम योजनाओं की स्थिति का आंकलन करने में लगी है।
तीन योजनाओं पर खर्च हुई राशि
जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सात निश्चय से कुल 28 लाख निकासी हुई है। चेक पर वार्ड सदस्य और सचिव का हस्ताक्षर है।चेक पर हस्ताक्षर बहलाफुसला कर या दबाव में कराया गया। इस बिंदु पर जांच चल रही है। जांच टीम ने पाया कि अठारह वार्ड में तीन योजनाओं पर पूरी राशि खर्च की गयी है।तीनों योजनाओं पर काम चल रहा है। अब यह भी देखना है कि राशि की निकासी नियम के तहत हुआ है या नहीं।जांच टीम में शामिल अधिकारियों का कहना है कि योजना की मापी करा ली गयी है। तकनीकी अधिकारी के रिपोर्ट के साथ प्रतिवेदन जिला को सौप दिया जाएगा। फिलहाल, मुखिया और वार्ड सदस्य के बीच उत्पन्न विवाद के कारण पंचायत में खलबली मची हुई है।