बारिश से बर्बाद हुई सब्जी फसल, आसमान छूने लगे भाव
बर्बाद हो गई। नतीजा बाजार में हरी सब्जियों का आवक कम होने के चलते भाव आसमान छूने लगा है। सब्जी की महंगाई आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। पंद्रह दिनों के अंदर सब्जियों का भाव बाजार में दोगुना हो गया...
बक्सर। हिन्दुस्तान संवाददाता
जिले में सामान्य वर्षापात से अधिक बारिश होने से सब्जी फसल को काफी नुकसान हुआ है। खेतों में सब्जी फसल बर्बाद हो गई। नतीजा बाजार में हरी सब्जियों का आवक कम होने के चलते भाव आसमान छूने लगा है। सब्जी की महंगाई आम लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। पंद्रह दिनों के अंदर सब्जियों का भाव बाजार में दोगुना हो गया है। इससे लोगों का बजट और जायका दोनों बिगड़ने लगा है।
किसानों की मानें तो बारिश के बाद सब्जी का उत्पादन बीस से पच्चीस फीसदी भी नहीं हो पा रहा है। कद्दू, नेनुआ, टमाटर, खीरा, परवल, भिंडी आदि सब्जियां बारिश के चलते गल गई। शहर के महात्मा गांधी बड़ी बड़ी बाजार जो सब्जियों से भरा रहता था वह खाली पड़ा हुआ है। आज से पंद्रह दिन पहले जो नेनुआ दस रुपये में डेढ़ किलो का भाव था वह बुधवार को चालिस रुपये किलो के भाव में बिक रहा था।
60 रुपये किलो बिका परवल:
बाजार में सब्जी का भाव सुनकर माथा चकरा जा रहा है। आज बाजार में साठ रुपये किलो परवल बिका। इसी तरह से बैगन चालीस रुपये किलो, टमाटर चालीस रुपये किलो, भिंडी पैंतीस से चालीस रुपये किलो, बोदी साठ रुपये किलो, प्याज तीस रुपये किलो और कद्दू पच्चीस रुपये के भाव में बिक्री किया जा रहा था। सब्जी महंगा होने के चलते खरीदार मात्रा में कटौती कर दे रहे हैं। किलो और आधा किलो की जगह पाव के हिसाब से लोग हरी सब्जी की खरीदारी कर रहे हैं।