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कोविड जांच को आए नौजवानों ने अस्पताल में किया हंगामा

लगे। कुछ ने मुख्य गेट का शीशा तोड़ दिया। फिर पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस के आने के बाद स्थिति पर कंट्रोल किया गया। भीड़ को देखते हुए जांच के लिए तीन टेबल की व्यवस्था की गई। पुलिस ने सभी को कतारबद्ध...

कोविड जांच को आए नौजवानों ने अस्पताल में किया हंगामा
हिन्दुस्तान टीम,बक्सरSun, 21 Feb 2021 07:50 AM
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डुमरांव। निज संवाददाता

अनुमंडलीय अस्पताल में उस समय अराजकता की स्थिति कायम हो गई, जब एक साथ चार से पांच सौ आर्मी बहाली के अभ्यार्थियों की भीड़ कोरोना जाचं के लिए उमड़ पड़ी। एक टेबल होने और रजिस्ट्रेशन कराने में विलंब होने को लेकर अभ्यार्थी हंगामा करने लगे। कुछ ने मुख्य गेट का शीशा तोड़ दिया। फिर पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस के आने के बाद स्थिति पर कंट्रोल किया गया। भीड़ को देखते हुए जांच के लिए तीन टेबल की व्यवस्था की गई। पुलिस ने सभी को कतारबद्ध कराकर जांच शुरू करवाया।

प्रतिदिन होता है कोविड जांच

गौरतलब है कि अनुमंडलीय अस्पताल में कोविड जांच की व्यवस्था प्रतिदिन के लिए किया गया है। इसके लिए मुख्य गेट पर ही तकनीसियन मोजूद रहता है। जैसे-जैसे लोग आते हैं, उनकी जांच की जाती है। वैसे ओपीडी में इलाज कराने के लिए आने वाले हर मरीज की जांच का आदेश है। इसी को देखते हुए मुख्य गेट पर जांच की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन लगभग पचास से सौ लोगों की कोविड जांच होती है।

अचानक बढ़ गया भीड़

आर्मी में बहाली के लिए कोराना जांच जरूरी है, साथ ही उसका प्रमाण पत्र किसी सरकारी संस्थान से ही जमा करना होता है। जैसा की अभ्यार्थियों ने बताया। उसी को लेकर बहाली में जाने वाले अभ्यार्थी कोविड जांच के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में पहुंचे हुए थे। एक साथ चार से पांच सौ की भीड़ कोरोना जांच के लिए पहुंच गई। एक टेबल होने के कारण सभी का कराना संभव नहीं था। इसमें विलंब होने लगा। हलांकि, डीएस अनिल भट्ट, ओपीडी में उपस्थित डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन सभी हंगामा करते हुए मुख्य गेट का शीशा को तोड़ दिया। भीड़ को बेकाबु देख प्रबंधन ने पुलिस को कॉल कर बुलाया।

पुलिस के आने के बाद स्थिति में हुआ नियंत्रण

अभ्यार्थियों के हंगामे के कारण अस्पताल में अफरातफरी की स्थिति बन गई। बात बिगड़ते देख पुलिस को बुलाना पड़ा। जैसे ही पुलिस अस्पताल में पहुंची हंगामा करने वालों में भगदड़ मच गई। सभी इधर-उधर भागने लगे। सभी अभ्यार्थियों को समझाया गया कि सभी कतारबद्ध होकर खड़े हो जाएं सभी की जांच की जाएगी। पुलिस ने सभी को लाइन में खड़ा कराया। इधर, डीएस ने जांच के दो और टेबल बढ़ा दिया। संध्या चार बजे तक जांच का सिलसिला चलता रहा।

350 की हुई जांच

अस्पताल प्रबंधन ने दिलेरी दिखाते हुए जो भी अभ्यार्थी कतारबद्ध थे, सभी की जांच की। डीएस डा. अनिल भट्ट ने बताया की रजिस्ट्रेशन के दौरान ओटीपी मांगी जांती है, जिसमें थोड़ा समय लगता है। ऐसे में जांच कराने के लिए नौजवानों को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए। उन्होंने बताया की साढ़े तीन सौ ज्यादा नौजवानों की कोराना जांच की गई।

हंगामा की खबर पर पहुंच सीएस

हंगामे की जानकारी जैसे ही सीएस को मिली वे बक्सर से डुमरांव पहुंच गए। जबतक वे डुमरांव पहुंच स्थिति नियंत्रित हो चुकी थी। उन्होंने जांच कर रहे कर्मियों और तकनीसियनों से बात की। सभी तरह से संतुष्ट होकर डीएस के चेम्बर में बैठ मंत्रणा किया।

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