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एकौना में सड़क पर जलजमाव से आवागमन में परेशानी

पेज चार के लिए समस्या लोग रास्ता बदलकर आने-जाने को मजबूर हैं जलजमाव से सड़क काफी खराब हो चुकी है फोटो संख्या-07 कैप्शन-सिमरी प्रखंड स्थित एकौना गांव की मुख्य सड़क पर जलजमाव। सिमरी, एक संवाददाता।...

एकौना में सड़क पर जलजमाव से आवागमन में परेशानी
हिन्दुस्तान टीम,बक्सरSun, 22 May 2022 10:50 PM
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पेज चार के लिए

समस्या

लोग रास्ता बदलकर आने-जाने को मजबूर हैं

जलजमाव से सड़क काफी खराब हो चुकी है

फोटो संख्या-07 कैप्शन-सिमरी प्रखंड स्थित एकौना गांव की मुख्य सड़क पर जलजमाव।

सिमरी, एक संवाददाता। स्थानीय प्रखंड के पूर्वी इलाके में बसे गांवों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ने वाले डुमरी-सहियार पथ स्थित एकौना गांव के समीप सड़क पर व्याप्त जलजमाव राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। विगत चार सालों से सड़क पर हो रहे इस जलजमाव का दायरा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। बावजूद इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा।

आलम यह है कि सड़क पर जलजमाव होने से इलाकाई लोग रास्ता बदलकर आने-जाने को मजबूर हैं। जलजमाव के कारण सड़क काफी खराब हो चुकी है। पूर्वी क्षेत्र के गांवों के लिए महत्वपूर्ण है सड़कः यह सड़क एकौना, दुबौली, खरहाटांड़, डुमरी के साथ ही दर्जनों गांवों को प्रखंड मुख्यालय से जोड़ती है। ऐसे में प्रखंड मुख्यालय लोग रास्ता बदलकर आते-जाते हैं, जो काफी लम्बा व खर्चीला साबित होता है। सड़क पर जलजमाव होने से क्षेत्र की एक बड़ी आबादी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण रामविलास राय का कहना है कि सात निश्चय योजना से गांवों में नाली बनायी गयी, लेकिन नाली के पानी के निकास की व्यवस्था नहीं की गयी, जिसके चलते गांवों से निकलने वाले गंदे पानी का बहाव सड़क पर ही हो रहा है। वहीं सोनू राय का कहना है कि गांव में सरकारी जमीन उपलब्ध नहीं है। इसके चलते सड़क पर जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रखंड से लेकर जिले के अधिकारियों तक गुहार लगायी गयी। बावजूद किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उमाशंकर राय ने कहा कि गांव में सरकारी जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण रैयत अपनी जमीन में गंदा पानी नहीं गिरते देते हैं। ऐसे में सड़क पर ही गंदे का बहाव हो रहा है।

क्या कहते हैं अधिकारी

मामले में बीडीओ अजय कुमार सिंह ने बताया कि गांव में सरकारी जमीन की किल्लत है। गंदे पानी को एकत्रित करने के लिए सड़क के किनारे चाट की मापी करायी जायेगी। उसके बाद सोखता का निर्माण कराया जाएगा।

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