ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार बक्सर सर्व मंगल मांगल्ये देवी मंत्र से गूंज रहे देवालय

सर्व मंगल मांगल्ये देवी मंत्र से गूंज रहे देवालय

‘सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वाथ साधिके, शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते के देवी मंत्र से दुर्गा मंदिर, शिवालय और घर सुबह से ही गूंजने लगे हैं। नवरात्र के दूसरे दिन सोमवार को ब्रह्मचारिणी माता...

 सर्व मंगल मांगल्ये देवी मंत्र से गूंज रहे देवालय
हिन्दुस्तान टीम,बक्सरMon, 30 Sep 2019 11:43 PM
ऐप पर पढ़ें

बक्सर। कार्यालय संवाददाता

‘सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वाथ साधिके, शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते के देवी मंत्र से दुर्गा मंदिर, शिवालय और घर सुबह से ही गूंजने लगे हैं। नवरात्र के दूसरे दिन सोमवार को ब्रह्मचारिणी माता की पूजार्चना की गई । मां के दूसरे स्वरूप को पर्वतराज हिमालय की पुत्री माना गया है। माता को दूध से बने पकवान अतिप्रिय हैं, जो प्रसाद स्वरुप चढ़ाए गए। श्रद्धालुओं का मानना है कि मां के इस रूप की पूजा करने से तप, त्याग, वैराग्य,सदाचार व संयम की वृद्धि होती है। कष्टों का निवारण होता है। सोमवार को बारिश से राहत मिलने पर लाउडस्पीकर के माध्यम से पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार , देवी गीत भोजपुरी व हिन्दी में खूब बज रहे हैं। विभिन्न चौराहों व मोहल्लों में मां की प्रतिमा की स्थापना की गयी है। स्टेशन पर दुर्गा मंदिर , मेन रोड दुर्गा मंदिर, मां दुर्गे की पूजा करने के लिए सुबह से ही भक्त पहुंच रहे हैं। रामरेखा घाट स्थित रामेश्वरनाथ मंदिर समेत अन्य शिवालयों में भगवान शिव का जलार्पण हो रहा है।

बारिश न होने पर पंडाल बनाने में तेजी:

बारिश से राहत मिलते ही सोमवार को पूजा पंडालों को अंतिम रुप देने का कार्य तेज हो गया है। कई दिनों की बारिश के बाद आज मौसम थोड़ा साफ हुआ तो सभी कारीगर तेजी से पंडाल बनाने में जुट गए। कपड़ों व बीट-बल्ली का कार्य तेज है। अंबेदकर चौक, माती चौक, चीनी मिल, कलेक्ट्रेट रोड , नया बाजार, पीपी रोड, ठठेरी बाजार , सत्यदेव गंज, मल्लाह टोली, खलासी मुहल्ला , सोहनी पट्टी, तुरहा टोली, अमला टोली, यमुना चौक, मुनीम चौक, थाना रोड ,सिविल लाइन , सेंडीग्रेड, गोलम्बर चौराहा, कॉलेज गेट, श्मसान मोड़, मठिया मोड़, आईटीआई मोड़ समेत कई अन्य जों पर भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। जिला मुख्यालय बक्सर के अलावा डुमरांव में भी भव्य देवी पंडाल बनाए जा रहे हैं। वहीं, इटाढ़ी, चौसा, सिमरी, कृष्णब्रह्म, बह्मपुर, मुरार, धनसोई आदि जगहों पर भी पूजा के लिए प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। पंडाल का निर्माण हो रहा है।

अढ़उल के फूल की बढ़ी डिमांड:

ऐसी मान्यता है कि देवी माता को अढ़उल के लाल रंग का फूल अतिप्रिय है। इसलिए, सोमवार से इसकी डिमांड बढ़ गई है। सोमवार को सुबह में जब बारिश थमी तो अहले सुबह छह बजे से ही फूल की खरीदारी करने के लिए दुकानों पर काफी भीड़ उमड़ी। एक अढ़उल के फूल की माला 20- 20 रुपए में बिकी। वहीं, एक फूल की कीमत भी पांच रुपए तक वसूल किए गए। वहीं, 20 रुपए से कम में फूल और अन्य पूजन सामग्री नहीं मिल रहे थे। बेलपत्र, शमी, गेंदा फूल, दूब आदि की बिक्र्री सुबह से ही हुई। दूध की मांग भी खपत से अधिक बढ़ गई है।

गांव के देवी मंदिरों में भी हो रही पूजा:

शारदीय नवरात्र को लेकर शहर ही नहीं गांवों में ‘या देवी सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्त स्यै, नमस्त स्यै,नमस्तस्यै,नमो नम: के साथ शक्ति की देवी मां दुर्गा की आराधना सोमवार को की गई। दुर्गा मंदिर में भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। सर्द हवा के बावजूद यहां शक्ति की देवी मां दुर्गा की की घरों में कलश स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू है। यहां शिवालयों में जलार्पण करने के लिए भीड़ हर दिन उमड़ रही है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें