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जिले में मोबाइल बेस्ट एप से विद्यालयों की शुरू हुई जांच

डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान ने भी कई स्कूलों में जाकर की जांच

जिले में मोबाइल बेस्ट एप से विद्यालयों की शुरू हुई जांच
हिन्दुस्तान टीम,बक्सरMon, 16 Apr 2018 06:06 PM
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बिहार इजी स्कूल ट्रैकिंग एप से विद्यालयों की मानिटरिंग सोमवार से शुरू कर दी गई है। पहले ही दिन शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने अभियान चलाकर मोबाइल एप के माध्यम से स्कूलों की जांच की। जांच के दौरान मोबाइल एप में पूछे जाने वाले सवालों का जवाब अधिकारियों ने ऑन द स्पॉट दिया।

शिक्षकों में हड़कंप: मोबाइल एप से विद्यालयों की जांच शुरू होने से शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया। सोमवार को करीब-करीब सभी स्कूल समय पर खुल गए थे। वहीं शिक्षक भी समय पर स्कूल पहुंच चुके थे। इतना ही नहीं निर्धारित समय तक स्कूल खुले भी रहे। इसके अलावा स्कूलों में अभिलेखों का दुरूस्त करने का काम भी जोरशोर से किया जा रहा है। ताकि जांच के दौरान अधिकारी अगर को पंजी की मांग करते हैं, तो तुरंत दिखाया जा सके।

डीपीओ एसएस ने खुद की जांच: पहले दिन डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने भी विद्यालयों में जाकर बेस्ट एप से स्कूलों की जांच की। इस दौरान स्कूल से संबंधित सारी जानकारी एप पर दी गई। डीपीओ ने बताया कि नावानगर, डुमरांव व कोरानसराय में स्कूलों की जांच की।

बीईओ से लेकर सीआरसीसी तक को जिम्मेवारी: मोबाइल एस से जांच के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों ने से लेकर सभी बीआरपी व सीआरसीसी को जिम्मेवारी दी गई है। पहले दिन सभी ने कम से कम पांच स्कूलों की जांच की। बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा ही लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है कि किसे कितने स्कूलों की जांच करनी है। ऐसे में साफ है कि कार्रवाई के जद में केवल शिक्षक ही नहीं है। बल्कि जांच न करने वाले अधिकारियों पर भी गाज गिरनी तय है।

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बेस्ट एप के माध्यम से स्कूलों की हुई निगरानी

डुमरांव। एक संवाददाता

बिहार इजी स्कूल ट्रैकिंग “बीईएसटी” एप के माध्यम से स्कूलों की जांच करने की प्रक्रिया पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को शुरू हो गयी। पहले दिन प्रखंड के लगभग 60 स्कूलों का निरीक्षण अधिकारियों ने किया। कई स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नामांकन के अनुसार काफी कम रही, वहीं बगैर छुट्टी लिए शिक्षक गायब पाए गए। सभी की रिपोर्ट एप में लोड कर राज्य सरकार को भेज दी गयी।

गौरतलब है कि स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए शिक्षा विभाग ने एक नयाब तरीका ढूढ निकाला है। बेस्ट यानि बिहार इजी स्कूल ट्रैकिंग एप जारी किया है। इस एप के माध्यम से शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों में जाकर जांच करेंगे। जांच के बाद सारी जानकारी को एप में लोड कर सीधे स्टेट को सेंड कर देंगे। उनके दिए गए रिपोर्ट पर सीधा कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को डीईओ, डीपीओ, बीईओ, सीआरसी, बीआरपी ने स्कूलों का निरीक्षण किया।

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