पावर प्लांट का काम शुरू नहीं, मजदूरों का हो रहा इंतजार
विकट समस्या छह हजार से अधिक मजदूरों के भाग जाने से कार्य ठप भारी मशीनों के लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य हुआ चौसा, संवाद सूत्र। पावर प्लांट के कंस्ट्रक्शन का कार्य शनिवार को 12 वें दिन भी शुरू नहीं हो...

विकट समस्या
छह हजार से अधिक मजदूरों के भाग जाने से कार्य ठप
भारी मशीनों के लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य हुआ
चौसा, संवाद सूत्र। पावर प्लांट के कंस्ट्रक्शन का कार्य शनिवार को 12 वें दिन भी शुरू नहीं हो सका। ठप पड़े कार्य को शुरू करने के लिए एसजेवीएन और एल एंड टी के अधिकारियों की मशक्कत के बाद भी कोई हल नहीं निकला है। बता दे कि 11 जनवरी को अराजक तत्वों के द्वारा पावर प्लांट में की गई तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद यहां काम करने वाले लगभग छह हजार से अधिक मजदूरों के भाग जाने से कार्य ठप पड़ गया है। कंपनी के अधिकारियों को यहां से पलायन करने वाले मजदूरों का इंतजार है। शनिवार को एसडीएम धीरेन्द्र कुमार मिश्रा, एसडीपीओ गोरख राम और कई अधिकारियों ने पावर प्लांट में पहुंच कर यहां का जायजा लिया। इस दौरान प्लांट के अंदर स्थित कंपनी के कार्यालय में अधिकारियों ने बैठक कर आगे की रणनीति पर मंथन किया। बावजूद किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे। जबकि एसजेवीएन के विद्युत निदेशक सुशील कुमार शर्मा ने भी शिमला से यहां आकर कंपनी के ठप पड़े कार्य का जायजा लिया। सीईओ ने बताया कि 11 जनवरी को अराजक तत्वों के द्वारा पावर प्लांट में घुसकर की गई तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद प्लांट में काम करने वाले मजदूरों में से अधिकांश मजदूर डर की वजह से यहां से भागकर अपने घर लौट गए हैं। उन सभी को सूचना देकर बुलाया जा रहा है। हालांकि शनिवार को 12 वें दिन पुलिस और प्रशासन के सहयोग से दूसरे प्रदेशों से यहां लाए गए भारी मशीनों के लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य किया गया।
