ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार बक्सर प्रखंड प्रमुख के चुनाव के पूर्व तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं पंचायत समिति सदस्य

प्रखंड प्रमुख के चुनाव के पूर्व तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं पंचायत समिति सदस्य

ब्रह्मपुर। निज़ संवाददातामुख व उप प्रमुख के होने वाले चुनाव के पहले अधिकांश सदस्य भूमिगत हो गए हैं। वहीं कई राज्य के बाहर विभिन्न तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर दर्शन पूजन का लाभ उठा रहे हैं। कई बीडीसी...

 प्रखंड प्रमुख के चुनाव के पूर्व तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं पंचायत समिति सदस्य
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,बक्सरMon, 27 Dec 2021 12:20 PM
ऐप पर पढ़ें

ब्रह्मपुर। निज़ संवाददाता

वैसे तो हर एक बार यह देखने और सुनने को मिलता है कि प्रखंड प्रमुख के चुनाव या अविश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन के पहले पंचायत समिति सदस्यों को विभिन्न तीर्थ स्थलों पर भ्रमण करने का एक सुनहरा मौका मिल जाता है। इसका वे भरपूर फायदा नहीं उठाते हैं। इस बार भी प्रखंड प्रमुख के चुनाव के पहले वैसी ही स्थिति सुनने को मिल रही है। 30 दिसंबर को प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख के होने वाले चुनाव के पहले अधिकांश सदस्य भूमिगत हो गए हैं। वहीं कई राज्य के बाहर विभिन्न तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर दर्शन पूजन का लाभ उठा रहे हैं।

कई बीडीसी हुए भूमिगत :

महिलाओं के लिए आरक्षित प्रखंड प्रमुख प्रमुख के चुनाव में सभी 17 पंचायतों से चुने गए 24 पंचायत समिति सदस्य भाग लेंगे। 30 दिसंबर को इसके लिए डुमरांव अनुमंडल मुख्यालय पर चुनाव होना है। लेकिन चुनाव की तिथि के पहले से ही प्रमुख की कुर्सी पर काबिज होने के लिए दावेदारों के बीच जो होड़ प्रारंभ हुई थी, वह अब अपने चरम पर पहुंच गई है। प्रमुख के दावेदारों द्वारा सदस्यों को अपने गुट में शामिल कराने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे थे। इसे देखते हुए एक दर्जन से अधिक सदस्य पिछले एक सप्ताह से भूमिगत हो गए हैं। क्षेत्र में ऐसी चर्चा है कि ये सदस्य राज्य के बाहर विभिन्न धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। प्रमुख के लिए पहले तीन निर्वाचित महिला पंचायत समिति सदस्यों के प्रतिनिधियों द्वारा दावेदारी ठोकी गई थी। लेकिन, अब दो दावेदारों के बीच में मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसी चर्चा है कि एक गुट बहुमत का आंकड़ा पार कर चुका है। उसकी ओर से सदस्यों को राज्य के बाहर भेज दिया गया है ताकि उनमें किसी तरह से सेंधमारी नहीं की जा सकी। वहीं दूसरे गुट की ओर से भी बहुमत के करीब पहुंचने का दावा किया जा रहा है। उनकी और से रणनीति बना रहे लोगों का दावा है कि चुनाव के तक वे बहुमत का आंकड़ा तक पहुंच जाएंगे। लेकिन जानकार लोगों का कहना है कि आंकड़ा बढ़ नहीं पा रहा है। दूसरी ओर दोनों ही गुटों की ओर से अभी अभी भी सदस्यों को अपनी ओर गोलबंद करने के लिए जोर-शोर से रस्साकसी का दौर जारी है। इसके लिए उप प्रमुख की कुर्सी तुरूप का पत्ता साबित हो सकता है। जिसके लिए दोनों ही गुटों की ओर से कई कई दावेदार मन में ही सपना पाल रखे हुए हैं।

विधानसभा चुनाव 2023 के सारे अपड्टेस LIVE यहां पढ़े