मनरेगा के कंप्यूटर ऑपरेटर पर जालसाजी का मुकदमा
कार्रवाई कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करते हुए बना रखा था चार जॉब कार्ड अटांव की रोजगार के पति को धमकाने का है आरोप, पुलिस कर रही छानबीन डुमरांव, निज प्रतिनिधि। जालसाजी के आरोप में मनरेगा के दैनिक वेतन...
कार्रवाई
कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करते हुए बना रखा था चार जॉब कार्ड
अटांव की रोजगार के पति को धमकाने का है आरोप, पुलिस कर रही छानबीन
डुमरांव, निज प्रतिनिधि। जालसाजी के आरोप में मनरेगा के दैनिक वेतन भोगी कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ रविवार को नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया। वैसे दैनिक कर्मी और मनरेगा के पीओ के बीच पिछले कई माह से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा था। फिलहाल नामजद दैनिक कर्मी को काम से हटा दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मनरेगा के दैनिक वेतन भोगी कंप्यूटर ऑपरेटर शेषनाथ उपाध्याय की हरकत सामने आते ही कार्रवाई शुरु कर दी गयी थी। इसके साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया। इस बीच अधिकारी मनरेगा कर्मी की कुंडली खंगालने लगे। इस दौरान कई गंभीर मामले सामने आये। मामला सामने आते ही डीडीसी ने उपरोक्त दैनिक कर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दे दिया।
डीडीसी की ओर से भेजे गये पत्र में कहा गया है कि कंप्यूटर ऑपरेटर शेषनाथ उपाध्याय और शेषनाथ चंद एक ही व्यक्ति है, जो अलग-अलग दो नामों से जाना जाता है। दैनिक कर्मी रहते हुए मनरेगा का फर्जी तरीके से उसने चार जॉब कार्ड बना लिया था। दो जॉब कार्ड से विभिन्न योजनाओं में लाभ लेते हुए दैनिक वेतन भोगी का भी लाभ लिया, जो नियम के विपरीत है। यही नहीं, वह मनरेगा में वेंडर का भी काम कर रहा था। मनमाफिक काम नहीं करने पर अटांव की रोजगार सेवक प्रियंका सिंह के पति कमलेश सिंह को मारने की धमकी दे रहा था।
डीडीसी के आदेश पर मनरेगा के पीओ सुनील कुमार ने डुमरांव थाना के एकौनी गांव निवासी दैनिक वेतन भोगी कंप्यूटर ऑपरेटर शेषनाथ उपाध्याय के खिलाफ डुमरांव थाना में नामजद एफआईआर दर्ज करा दी है।