जिले के सरकारी विद्यालयों की सफाई व्यवस्था पर पैनी नजर
सिमरी प्रखंड में सफाई कर्मियों को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिला है। सरकारी विद्यालयों की सफाई में अनियमितता के कारण जिला शिक्षा पदाधिकारी ने समीक्षा बैठक की। दोषी एजेंसियों से स्पष्टीकरण मांगा...
अनियमितता विद्यालय के सफाई कर्मियों को पिछले कई माह से नहीं मिला था वेतन सिमरी प्रखंड में रूद्र सागर सेवा संस्थान का मिला असंतोषजनक कार्य बक्सर, हमारे संवाददाता। सरकारी विद्यालयों में आधारभूत संरचना को मजबूत किया गया। ताकि छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधा व पठन पाठन हो सके। इसी कड़ी में जिन सरकारी विद्यालयों में शौचालय नहीं था। वहां शौचालय का निर्माण कराया गया। साथ ही शौचालय की गंदगी की सफाई की भी व्यवस्था की गई। इसके लिए विभाग स्तर से कई एजेंसियों को चयनित किया गया। जो जिले के सरकारी विद्यालयों में शौचालय की साफ-सफाई करेंगी। साफ-सफाई करने वाले श्रमिकों के वेतन भुगतान की जिम्मेदार एजेंसी को दी गई। पिछले एक साल से चल रहे इस कार्य में कई अनियमितता सामने आयी है। जिसे लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय सख्त हो गए है। उन्होंने इसके लिए समीक्षात्मक बैठक की। कार्य में दोषी पाए गए कार्य एजेंसियों से स्पष्टीकरण की मांग की है। डीईओ की समीक्षा बैठक के दौरान सफाई एजेंसी जेकेएसबी स्कील के प्रतिनिधि ने बताया कि जिले में उसे पांच प्रखंड में कार्य करने की अनुमति विभाग से मिली थी। परंतु जिला शिक्षा कार्यालय के अधिकारियों की मिलीभगत से डुमरांव व नावानगर प्रखंड का कार्य दूसरी एजेंसी फस्ट आईडिया को दे दिया गया। जबकि जेकेएसबी स्कील से इस संबंध में कोई पक्ष भी नहीं लिया गया था। इसके साथ राजपुर व ब्रह्मपुर में कार्य कर रही एजेंसी का कार्य असंतोषजनक पाए जाने पर आरएस एंटरप्राइज को कार्य में प्रगति लाने और ससमय भुगतान संबंधित विवरण जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में उपलब्ध कराने को कहा गया। सफाई व्यवस्था पर विधायक ने उठाया सवाल बैठक के दौरान नावानगर व डुमरांव प्रखंड में फस्ट आईडिया एजेंसी कार्य कर रही है। एजेंसी ने मई माह तक के वेतन का भुगतान श्रमिकों को कर दिया है। नावानगर प्रखंड में स्थित सरकारी विद्यालयों में साफ-सफाई को लेकर कई शिकायतें मिली है। डुमरांव विधायक डॉ. अजीत कुशवाहा ने भी इसके विरूद्ध शिकायत की थी। डीईओ ने फस्ट आईडिया से स्पष्टीकरण मांगा है। तीन दिनों के अंदर एजेंसी से जवाब मांगा गया है। इस दौरान सिमरी, चौगाईं, केसठ व चक्की में कार्यरत रूद्रसागर सेवा संस्थान के कार्य की समीक्षा की गई। जिसमें यह सामने आया कि एजेंसी ने अक्टूबर माह तक अपने श्रमिकों के वेतन का भुगतान कर दिया है। परंतु विद्यालयों के जांच के दौरान यह बात सामने आयी है कि सिमरी प्रखंड में विद्यालयों की साफ-सफाई का कार्य असंतोषजनक है। फलस्वरुप संबंधित एजेंसी से स्पष्टीकरण की मांग की गई।
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