विकार उत्पन्न होने पर मनोवैज्ञानिक की सहायता लेनी चाहिए
किया जागरुक मेंटल हेल्थ अवेयरनेस एवं सुसाइड प्रिवेंशन ओरिएंटेशन कार्यक्रम मानसिक रोग से ग्रस्त होने पर परिवार के सदस्यों के साथ बात करें इटाढ़ी, एक संवाददाता। राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में शनिवार को...
किया जागरुक
मेंटल हेल्थ अवेयरनेस एवं सुसाइड प्रिवेंशन ओरिएंटेशन कार्यक्रम
मानसिक रोग से ग्रस्त होने पर परिवार के सदस्यों के साथ बात करें
इटाढ़ी, एक संवाददाता। राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में शनिवार को मेंटल हेल्थ अवेयरनेस व सुसाइड प्रिवेंशन ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मनोवैज्ञानिक कुमारी अनुराधा ने कॉलेज के छात्रों व शिक्षकों के बीच मानसिक रोग और आत्महत्या की रोकथाम के तमाम पहलुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। इस क्रम में बताया कि किस तरह से मानसिक रोगों की पहचान करें। साथ ही अगर मन में बार-बार आत्महत्या के विचार आते है तो उस अवस्था में कैसे खुद को संभालें। इतना हीं नही मानसिक विकार उत्पन्न होने पर कब मनोवैज्ञानिक की सहायता लेनी चाहिए। मानसिक रोग से ग्रस्त होने पर परिवार के सदस्यों के साथ ही मित्रों से बात करें। उन्होंने और भी कई ऐसे पहलुओं पर बात की, जिससे मानसिक रोग की रोकथाम इलाज और आत्महत्या को रोका जा सकता है। दूसरी तरफ मनोवैज्ञानिक कीर्ति पांडे ने उपस्थित लोगों को नसे के लत से बचने के अनेकों उपाय बताएं। बताया कि जिले में हर दिन नशे की लत जैसे हिरोइन, गांजा व भांग समेत अन्य तरह के नशीली मादक पदार्थों के सेवन करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। युवा पीढ़ी इससे अधिक प्रभावित हो रही हैं। ऐसे में उन्होंने ऐसे रोगियों को सदर अस्पताल आने की बात कहीं। मौके पर शाजिया शमीम और निशिकांत द्वारा कैंसर के रोकथाम के उपाय भी बताए गए।
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