हत्याकांड के आरोपित कैदी की मौत, लापरवाही का आरोप लगाया
मातम 2018 से हत्या के आरोप में जेल में बंद था राजकुमार पंडित पीएमसीएच किया गया था रेफर लेकिन नहीं मिला एडमिशन बक्सर, निज संवाददाता। केंद्रीय कारा में बंद हत्याकांड का आरोपित राजकुमार पंडित की इलाज के...
मातम
2018 से हत्या के आरोप में जेल में बंद था राजकुमार पंडित
पीएमसीएच किया गया था रेफर लेकिन नहीं मिला एडमिशन
बक्सर, निज संवाददाता। केंद्रीय कारा में बंद हत्याकांड का आरोपित राजकुमार पंडित की इलाज के दौरान सदर अस्पताल में मौत हो गई। मृतक के पुत्र ने जेल प्रशासन एवं अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मामूली बुखार ने उसके पिता की जान ले ली। इस पर विश्वास नहीं हो रहा है। यदि समुचित तरीके से इलाज कराया गया होता तो वे जीवित रहते। इधर, जेल प्रशासन का कहना था कि सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने पीएमसीएच रेफर किया। लेकिन, वहां चिकित्सकों ने एडमिट नहीं किया। जिसके चलते पुनः सदर अस्पताल लाना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पंडितपुर निवासी राजकुमार पंडित (65 वर्ष) हत्या के आरोप में वर्ष 2018 से जेल में बंद था। 24 मार्च 2022 को उन्हें रोहतास जिले के बिक्रमगंज जेल से बक्सर केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया था। 8 जून को केंद्रीय कारा प्रशासन ने तबीयत बिगड़ने की सूचना परिजनों को दी। जब कैदी का पुत्र सदर अस्पताल पहुंचा तो कैदी का शरीर बुखार से तप रहा था और ऑक्सीजन चढ़ाने के नाम पर केवल पाइप लगाकर छोड़ दिया गया था। मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल रहा था। इसकी शिकायत डॉक्टरों से करने के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन सुरेश चन्द्र सिन्हा ने कहा कि अस्पताल में कैदी का सही तरीके से इलाज किया गया। कहीं किसी ने कोई कोताही नहीं बरती। चिकित्सकों ने हरसंभव प्रयास किया लेकिन कैदी की जान नहीं बचाई जा सकी।
क्या कहते हैं जेल अधीक्षक
जेल अधीक्षक राजीव कुमार से पूछे जाने पर कहा कि कैदियों के इलाज में कोताही नहीं बरती जाती है। बल्कि, बेहतर इलाज का प्रयास किया जाता है। लापरवाही बरतने के आरोप बेबुनियाद है। कैदी जब से आया था बीमार था, समय-समय पर उसका बेहतर ढ़ंग से इलाज कराया गया।