Notification Icon
Hindi Newsबिहार न्यूज़बिहारशरीफVillages adjacent to Nalanda University will be developed

नालंदा विश्वविद्यालय से सटे गांवों का होगा विकास

नालंदा विश्वविद्यालय से सटे गांवों का होगा विकासनालंदा विश्वविद्यालय से सटे गांवों का होगा विकासनालंदा विश्वविद्यालय से सटे गांवों का होगा विकासनालंदा विश्वविद्यालय से सटे गांवों का होगा विकासनालंदा...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफSun, 4 Aug 2024 04:30 PM
share Share

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव :
नालंदा विश्वविद्यालय से सटे गांवों का होगा विकास

आयोजना क्षेत्र प्राधिकार व नगर परिषद करेगा काम

नगर परिषद के विस्तारित क्षेत्रों के विकास की बनी रणनीति

फोटो:

यूनिवर्सिटी : राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय का प्रवेश द्वार।

राजगीर, कार्यालय संवाददाता।

अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय से सटे गांवों का विकास होने वाला है। केन्द्र व राज्य सरकारों के अलावा राजगीर क्षेत्र आयोजना प्राधिकार व नगर परिषद विकास का इन इलाकों में काम करेगा। वैसे भी विश्वविद्यालय के आस-पास के दर्जनों गांवों को नगर परिषद में शामिल कर लिया गया है। इन विस्तारित क्षेत्रों के विकास की रणनीति बनायी जा रही है।

इन गांवों के विकास के लिए मास्टर प्लान बन रहा है। प्राधिकार इन क्षेत्रों में आधारभूत संरचना विकसित करने की नीति पर काम कर रहा है। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन के बाद विकास की चर्चा और तेज हो गयी है। केन्द्र सरकार ने बजट में राजगीर के विकास के लिए बड़ी रकम का प्रावधान भी किया है।

इन गांवों की बदलेगी तस्वीर:

पिलखी, महुअल्ला, मुदफ्फरपुर, नीमा, मोरा, ठेरा, हिन्दूपुर, राइसपर, कटारी, नेकपुर, जत्ती-भगवानपुर, फतेहपुर, चैनपुर, कोनारनगर गांवों की तस्वीर बदलेगी। वार्ड पार्षद शोभा देवी, आजाद कुमार, श्याम नारायण प्रसाद, मदन कुमार, विनोद राजवंशी ने बताया कि इन गांवों के लिए योजनाओं का चयन किया गया है। आमसभा कर प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं का चयन हुआ है। सड़क, नाला, ड्रेनेज सिस्टम, मार्केट, पार्क, लाइट आदि की व्यवस्था करने का प्रस्ताव बोर्ड में लाया गया है। कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि विस्तारित क्षेत्रों के विकास के लिए ठोस कदम उठाये जाएंगे। आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए राज्य सरकार के निर्देशों का पालन किया जाएगा।

पूर्व राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय का दिया था सुझाव:

वर्ष 2006 में बिहार के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने कहा कि था कि बिहार का विकास तब तक नहीं होगा जब तक नालंदा विश्वविद्यालय का विकास नहीं होगा। उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प सीएम नीतीश कुमार ने लिया था। वर्ष 2007 में विधानसभा में नये विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए विधेयक पारित किया गया। लोकसभा व राज्यसभा से वर्ष 2010 में इसे स्वीकृति मिली। इन 14 सालों में नालंदा विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्ट संस्थान बन चुका है। राज्य सरकार ने राजगीर के विकास के लिए क्षेत्र आयोजना प्राधिकार का गठन किया था।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें