बाढ़-सुखाड़ से किसानों की स्थिति बदतर, सरकार मौन
कई वर्षों से जिले में बाढ़-सुखाड़ के कारण किसान व मजदूरों के सामने संकट की स्थिति बन गयी है। बावजूद सरकार मौन है। वहीं गिरती कानून व्यवस्था पूरे बिहार को शर्मसार कर रही है। सरकारी योजनाओं में लूट व...
कई वर्षों से जिले में बाढ़-सुखाड़ के कारण किसान व मजदूरों के सामने संकट की स्थिति बन गयी है। बावजूद सरकार मौन है। वहीं गिरती कानून व्यवस्था पूरे बिहार को शर्मसार कर रही है। सरकारी योजनाओं में लूट व भ्रष्टाचार व्याप्त है। लाभुकों को जमीन का पर्चा तो दे दिया गया है। लेकिन, अबतक जमीन पर कब्जा नहीं मिला। ये बातें बिहारशरीफ के अस्पताल चौराहा पर बुधवार को धरना के दौरान माले के लोगों ने कहीं।
सचिव रामनरेश प्रसाद ने कहा कि आज किसान व मजदूरों को देखने वाला कोई नहीं है। जिले में सुखाड़ की मार झेल रहे किसानों के पास कोई हल नहीं है। बावजूद सरकार मौन है। राजगीर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अमित पासवान ने कहा कि जिले के किसानों की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। इतना ही नहीं विधवा, वृद्ध व दिव्यांग पेंशनधारियों का भुगतान भी लंबित है। मौके पर डॉ. मनोज कुमार, प्रो. अशोक कुमार, राजकिशोर प्रसाद, विजय कुमार पांडेय, मो. अकरम उद्दीन, रामजनम यादव, लक्ष्मी तांती, रामनरेश पंडित, दिनेश सिंह आदि मौजूद थे। बाद में अपनी मांगों का ज्ञापन प्रशासन को सौंपा।