रहुई केजीबीवि: भवन जर्जर, मानव के रहने लायक नहीं
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रहुई केजीबीवि: भवन जर्जर, मानव के रहने लायक नहीं
इंजीनियरिंग व अधिकारियों ने की जांच, कहा शीघ्र खाली करें मकान
प्रखंड परिसर के डाटा शैक्षणिक संग्रहण केंद्र में शिफ्ट होगा रहुई केजीबीवी
इससे पहले बीआरसी भवन में शिप्ट करने का विभाग ने लिया था फैसला
20 मई से शिफ्ट होने तक केजीबीवी रहेगा बंद
फोटो:
रहुई केजीबीवि: रहुई में डाटा केंद्र की जांच के बाद बीआरसी का जायजा लेते एडीपीसी अर्जुन प्रसाद व अन्य।
रहुई, निज संवाददाता।
प्रखंड के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय (केजीबीवि) का एक भी कमरा मानव के रहने लायक नहीं है। सभी कमरा पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं। एक सप्ताह पहले डीईओ केशव प्रसाद ने स्कूल की जांच की थी। कमरे की जर्जरता देख दंग रह गए थे। ततकाल संबधित इंजीनियरिंग व अधिकारियों को जांच का आदेश दिया था। सहायक अभियंता रूपेंद्र कुमार ने जांच में कमरों को मरम्मत करने लायक भी नहीं बताया है। डीईओ ने इसे तत्काल खाली कराने का आदेश दिया है। 20 मई से शिफ्ट होने तक यह विद्यालय बंद रहेगा।
शुक्रवार को एडीपीसी ने स्थलीय जांच की। इसके बाद केजीबीवी को प्रखंड परिसर के डाटा शैक्षणिक संग्रहण केंद्र में शिफ्ट कराने का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि डाटा संग्रहण केंद्र में केजीबीवी को शिफ्ट कराया जाएगा। गर्मी की छुट्टी अवधि में केजीबीवी का सभी समान डाटा संग्रहण केंद्र में लाया जाएगा। साथ ही इसे नजदीकी स्कूलों से टैग किया जाएगा। डाटा संग्रहण केंद्र में सभी व्यवस्था है। किचेन बनाने का आदेश दिया गया है। इससे पहले बीआरसी भवन में शिप्ट करने की योजना थी। मौके पर रूपेंद्र कुमार, मो. निशात आलम, संगीता कुमारी, मनोज कुमार व अन्य मौजूद थे।
96 छात्राएं नामांकित:
वार्डेन संगीता कुमारी ने बताया कि स्कूल में 96 बच्चियां नामंकित हैं। कमरे व चाहरदीवारी जर्जर रहने की वजह से परेशानी हो रही थी। एक बार सिलिंग पंखा भी गिर चुका है। उस समय कमरे में कोई छात्रा नहीं थी। रहने पर हादसा भी हो सकता था।
खिरौना स्कूल में पढ़ती थीं छात्राएं:
फिलहाल स्कूल खिरौना में चलाए जा रहा था। एक ही कैम्पस में स्कूल होने से बच्चे को परेशानी नहीं होती थी। लेकिन, अब दूसरे स्कूल के साथ टैग होने से छात्राओं की परेशानी बढ़ सकती है।