ओमीक्रोन: तीसरी लहर से बचाव को जिला स्वास्थ्य विभाग तैयार
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ओमीक्रोन: तीसरी लहर से बचाव को जिला स्वास्थ्य विभाग तैयार
सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी को उपकरण, दवा और मानव बल से किया गया लैस
मेडिकल कॉलेज, सदर, राजगीर, हिलसा व कल्याण बिगहा में लग चुके हैं ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट
सीएस ने कहा-कोरोना से निपटने को हर एंगल से की जा रही तैयारी
जिले के किसी भी अस्पताल में नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी
बाहर से आने वालों के जांच की भी हो चुकी है तैयारी
फोटो :
कोरोना : कोरोना की जांच करते स्वास्थ्यकर्मी। (फाइल फोटो)
बिहारशरीफ। हिन्दुस्तान संवाददाता
भगवान न करे कि जिले के लोगों को फिर से कोरोना की मार झेलनी पड़े। लेकिन, जिले में ओमीक्रोन अथवा कोराना की तीसरी लहर की नौबत आयी तो उसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है। इसके लिए हर एंगल से तैयारी की गयी ही। सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी स्तर तक को उपकरण, दवा और मानव बल से लैस किया गया है। पिछली बार अगर कहीं कमी रह गई थी तो उसे भी इस बार दूर करने का प्रयास किया गया है।
अपनी तैयारी से पूरी तरह संतुष्ट सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि पावापुरी मेडिकल कॉलेज, सदर अस्पताल, हिलसा व राजगीर अनुमंडलीय अस्पताल के साथ ही कल्याण बिगहा में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लग चुके हैं। अगर कहीं किसी प्रकार की कमी है तो उसे एक-दो दिनों के अंदर ठीक कर दिया जाएगा। जिलेवासियों को घबराने अथवा परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। जिले के किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि बाहर से आने वालों की जांच की भी तैयारी हो चुकी है। जो भी बाहरी जिले अथवा राज्य व देश से आएंगे, उनकी जांच की जाएगी। उनमें से अगर कोई कोरोना पॉजिटिव निकल गया तो फिर उन्हें आइसोलेट करने के साथ ही उनकी दवा की व्यवस्था पूरी कर ली गई है। इतना ही नहीं, सभी अस्पतालों को हर प्रकार की दवा उपलब्ध रखने की हिदायत दी गई है। क्योंकि, कोरोना में एक ही प्रकार की दवा नहीं होती। बल्कि, उसके लिए कई प्रकार की दवाइयां दी जाती हैं। वे सब अस्पतालों में मौजूद रहेंगी। पीएचसी तक में गैस सिलेंडर उपलब्ध करा दिया जाएगा। ताकि, वहां पहुंचने पर मरीज को इसकी किल्लत का सामना न करना पड़े।
सीएस ने बताया कि पिछले वर्षों कोरोना काल में जिन अस्पतालों को इसके इलाज के लिए चिह्नित किया गया था, उन सभी में लगभग तैयारी पूरी की जा चुकी है। नीकु और पीकू वार्डों के बारे में उन्होंने बताया कि यहां बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। डॉक्टरों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इसके अलावा वहां इससे बचाव की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। वैक्सीनेशन के मामले में हम सूबे में 10वें स्थान पर हैं। इसके बाद भी हर दिन इसमें बढ़ोत्तरी हो रही है। सेकेंड डोज लेने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इसमें तेजी लाने का मकसद केवल इतना है कि कोरोना संक्रमण से बचाव का केवल यही एक उपाय है।
ओमीक्रान: अगर आई तीसरी लहर तो हमें पाएंगे पहले से तैयार
पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल तक की जा रही पूरी व्यवस्था
मेडिकल कॉलेज, सदर, अनुमंडलीय व अन्य अस्पतालों में लग चुका है ऑक्सीजन प्लांट
सीएस ने कहा-कोरोना से निपटने को हर एंगल से की जा रही तैयारी
जिले के किसी भी अस्पताल में नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी
बाहर से आने वालों के जांच की भी हो चुकी है तैयारी
बिहारशरीफ। हिन्दुस्तान संवाददाता
भगवान न करे, अगर जिले में ओमीक्रान अथवा कोराना की तीसरी लहर आई तो उसके लिए हम पहले से तैयार बैठे होंगे। इसके लिए हर एंगल से तैयारी की जा रह ही। पिछले बार अगर कहीं कमी रह गई थी तो उसे भी इस बार दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल तक पूरी व्यवस्था की जा रही है।
अपनी तैयारी पूरी तरह संतुष्ट दिख रहे सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार ने सोमवार को बताया कि मेडिकल कॉलेज, सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, कल्याण बिगहा व अन्य जगहों पर ऑक्सीजन प्लांट लग चुका है। उसका करीब-करीब खत्म भी हो चुका है। अगर कहीं किसी प्रकार की कमी है तो उसे एक से दो दिनों के अंदर ठीक कर दिया जाएगा। जिलेवासियों को घबराने अथवा परेशान होने की कोई जरुरत नहीं है। जिले के किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि बाहर से आने वालों के जांच की भी तैयारी हो चुकी है। जो भी बाहरी जिले में आएंगे, उनकी जांच की जाएगी। उनमें से अगर कोई कोरोना पोजेटिव निकल गया तो फिर उन्हें आइसोलेट करने के साथ ही उनके दवा की पूरी व्यवस्था पूरी कर ली गई है। इतना ही नहीं, सभी अस्पतालों को हर प्रकार की दवा उपलब्ध रखने की हिदायत दी गई है। क्योंकि, कोरोना में एक ही प्रकार की दवा नहीं होती। बल्कि, उसके लिए कई प्रकार की दवायां दी जाती है, वे सब अस्पतालों में मौजूद रहेंगी। पीएचसी तक में गैस सिलेंडर उपलब्ध करा दिया जाएगा। ताकि, वहां पहुंचने पर मरीज को इसकी किल्लत का सामना न करना पड़े।
सीएस ने बताया कि पिछले वर्षों कोरोना काल में जिन अस्पतालों को इसके इलाज के लिए चिंहित किया गया था, उन सभी में लगभग तैयारी पूरी की जा चुकी है। नीकु और पीकू वार्ड के बारे में उन्होंने बताया कि यहां वेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। वहां मुनीटर की व्यवस्था भी की गई है। इसके लिए डॉक्टरों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इसके अलावा वहां इससे बचाव की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। वैक्सीनेशन के मामले में हम सूबे में 10वें स्थान पर हैं। इसके बाद भी हर दिन इसमें बढ़ोत्तरी हो रही है। सेकेंड डोज लेने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इसमें तेजी लाने का मकसद केवल इतना है कि कोरोना संक्रमण से बचाव का केवल यही एक उपाय है। प्राइवेट अस्पतालों ने अभी तक खुद का ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगाया है।