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नालंदा में तीसरा शाही स्नान : आठ लाख श्रद्धालुओं ने लगायी कुंडों में डुबकी

नालंदा में एकादशी के साथ तीसरा शाही स्नान होने के कारण रविवार को राजगीर में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। आठ लाख से अधिक श्रद्धालुओं और हजारों साधु-संतों ने कुंडों में श्रद्धा की डुबकी...

नालंदा में तीसरा शाही स्नान : आठ लाख श्रद्धालुओं ने लगायी कुंडों में डुबकी
हिन्दुस्तान टीम,बिहारशरीफSun, 10 Jun 2018 09:32 PM
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नालंदा में एकादशी के साथ तीसरा शाही स्नान होने के कारण रविवार को राजगीर में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। आठ लाख से अधिक श्रद्धालुओं और हजारों साधु-संतों ने कुंडों में श्रद्धा की डुबकी लगायी। भीड़ को देखते हुए अहले सुबह दो बजे से ही कुंडों के प्रवेश द्वारा खोल दिये गये थे। श्रद्धालु सुबह एक बजे से कुंड स्नान के लिए कतार में खड़े हो गये थे। एकादशी के कारण अन्य दिनों के मुकाबले रविवार को सबसे अधिक भीड़ दिखी। राजगीर की सभी सड़कें भीड़ से पटी थीं। दिन चढ़ने के साथ भीड़ बढ़ती गयी। सुबह आठ बजे तक कतार इतनी लंबी हो गयी कि मुख्य सड़क से होते हुए वीरायतन रोड में पाण्डु पोखर के गेट तक चली गयी।

पांच घंटे कतार में रहने के बाद मिला स्नान करने का मौका: -

अधिक भीड़ और लम्बी के कतार की वजह से श्रद्धालुओं को स्नान करने के लिए पांच से छह घंटे तक कतार में खड़ा रहना पड़ा। तपती धूप में श्रद्धालु नंगे पांव कतार में खड़े रहे। धूप की तपिश के बावजूद श्रद्धालुओं में काफी उत्साह दिखा। खासकर महिलाओं के चेहरे पर श्रद्धा साफ छलक रही थी। तीसरे शाही स्नान व एकादशी का लाभ लेने के लिए श्रद्धालुओं का जत्था शनिवार की रात से ही राजगीर पहुंचने लगा था।

रथ पर सवार होकर कुंडों तक पहुंचे साधु-संत

तीसरे शाही स्नान को लेकर रविवार की सुबह से ही प्रशासन सतर्क दिखा। सुबह 7:30 बजे से साधु-संतों का आगमन कुंड स्नान के लिए होने लगा। साधु-संतों के आने के पहले आम श्रद्धालुओं को स्नान कराया गया। हालांकि जैसे ही साधु-संतों के आने का समय हुआ, वैसे ही प्रशासन द्वारा आम श्रद्धालुओं को स्नान करने से रोक दिया गया। शोभा यात्रा निकाल साधु-संत कुंड तक पहुंचे। सबसे पहले खाकी चौक के संतों ने स्नान किया। उसके बाद झुनकिया बाबा मंदिर के महंथ अंतर्यामी शरण जी महाराज, कैलाश आश्रम के संत, कबीर मठ, हनुमान गढ़ी, त्रिदंडी आश्रम, बड़ी संगत, गढ़ महादेव मंदिर के पास बाबा फलाहारी का शिविर सहित अन्य मठ-मंदिरों से संत शोभा यात्रा निकाल कुंड स्नान को पहुंचे। शाही स्नान के दौरान सबसे दर्शनीय व बड़े जत्था के रूप में झुनकिया बाबा मंदिर के महंथ बाबा अंतर्यामी शरण जी महाराज रथ पर सवार होकर गाजे-बाजे के साथ शोभा यात्रा निकाली।

लाठी के दिखाये करतब:

शोभा यात्रा के दौरान श्रद्धालु परंपरा के अनुसार लाठी का खूब करतब दिखाये। कुंड के पास संतों की सुविधा के लिए पुलिस के जवान व दंडाधिकारी तैनात थे जो संतों को कुंडों में प्रवेश कराया। तीसरे शाही स्नान के दिन नागा साधुओं को भी पहली बार कुंड स्नान करते देखा गया।

फूलों की बारिश कर संतों का स्वागत:

शाही स्नान के लिए कुंड परिसर में आने वाले साधु-संतों का पंडा कमेटी द्वारा फूलों की बारिश कर स्वागत किया गया। संतों को हलुआ खिलाया गया। गर्मी से राहत पाने के लिए शरबत पिलाया गया। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय मंत्री डॉ. धीरेन्द्र उपाध्याय, सचिव विकास कुमार, प्रवक्ता सुधीर कुमार उपाध्याय, स्टेशन प्रबंधक मंतोष कुमार मिश्रा सहित अन्य लोगों ने संतों का भव्य स्वागत किया।

शाही स्नान का खास महत्व:

डॉ. धीरेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि शाही स्नान का विशेष महत्व है। इस दौरान स्नान करने से मनोवांछित फल मिलता है। शाही स्नान के दौरान स्नान से पूरे महिने के बराबर का फल मिलता है। इतना ही नहीं कुंड स्नान करने आये साधु-संतों का दर्शन करना भी बड़ा फलदायक होता है। इससे भी मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

फलाहारी बाबा ने भी लगायी कुंड में डुबकी:

तीसरे शाही स्नान में रविवार को मलमास मेला के घ्वजारोहण करने वाले स्वामी चिदात्मन् जी महाराज उर्फ फलाहारी बाबा ने ब्रह्मकुंड में डुबकी लगायी। बाबा के साथ उनके अनुयायी भी शामिल थे। कुंड परिसर में पहुंचने पर पंडा कमेटी के सदस्यों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

सुरक्षा को सजग दिखे अधिकारी

शाही स्नान के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन काफी सजग दिखा। एसडीओ संजय कुमार, डीसीएलआर प्रभात कुमार, अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी राजीव रंजन कुमार, बीडीओ आनंद मोहन, डीएसपी सोमनाथ प्रसाद, मेला थाना प्रभारी जेपी यादव, थानाध्यक्ष बिज्येन्द्र कुमार सिंह, नपं के कार्यपालक पदाधिकारी उपेन्द्र कुमार सिन्हा, इंस्पेक्टर उदय शंकर आदि कुंड परिसर में चहलकदमी करते रहे।

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