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नालंदा के चंडी में 66 स्कूलों के बच्चों ने प्रतियोगिता में लिया भाग

चंडी के बापू हाई स्कूल के मैदान में शनिवार को 66 स्कूलों के बच्चों ने खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया। बिहार शिक्षा परियोजना व यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित प्रतियोगिता में प्रखंड के प्राथमिक व मध्य...

चंडी के बापू हाई स्कूल के मैदान में शनिवार को 66 स्कूलों के बच्चों ने खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया। बिहार शिक्षा परियोजना व यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित प्रतियोगिता में प्रखंड के प्राथमिक व मध्य...
1/ 2चंडी के बापू हाई स्कूल के मैदान में शनिवार को 66 स्कूलों के बच्चों ने खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया। बिहार शिक्षा परियोजना व यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित प्रतियोगिता में प्रखंड के प्राथमिक व मध्य...
चंडी के बापू हाई स्कूल के मैदान में शनिवार को 66 स्कूलों के बच्चों ने खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया। बिहार शिक्षा परियोजना व यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित प्रतियोगिता में प्रखंड के प्राथमिक व मध्य...
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हिन्दुस्तान टीम,बिहारशरीफSat, 16 Dec 2017 09:04 PM
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चंडी के बापू हाई स्कूल के मैदान में शनिवार को 66 स्कूलों के बच्चों ने खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लिया। बिहार शिक्षा परियोजना व यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित प्रतियोगिता में प्रखंड के प्राथमिक व मध्य विद्यालय के बच्चे शामिल हुये। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्षा तनूजा कुमार, बीईओ बिंदु कुमारी, डीपीओ दिनेश्वर मिश्र, जिप सदस्य निरंजन मालाकार व धनंजय कुमार ने दीप जलाकर किया।

जिप अध्यक्षा ने कहा कि एक ही स्थान पर सभी बच्चों की भागीदारी काफी सुखद है। जीत के लिए होड़ लगाते बच्चों को देखकर उन्हें भी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुये जीतने के लिए कड़ी मेहनत का मूलमंत्र दिया।

बच्चों के विकास के लिए खेलकूद जरुरी

वक्ताओ ंने कहा कि बच्चों के शारिरिक, बौद्धिक व सामाजिक विकास के लिए खेलकूद बहुत जरुरी है। कौशल विकास व क्षमता निर्माण के लिए प्रखंड के 66 स्कूलों के 132 शिक्षकों को डायट नूरसराय में तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया गया है। पाठ्यक्रम में खेलकूद के समावेश से बच्चों में प्रतिस्पद्र्धा की भावना विकसीत होती है। इसको ध्यान में रखकर प्रखंड के स्कूलों में स्पोर्ट्स कार्नर व फर्स्ट किट की व्यवस्था की गयी है।

इन खेलों में दिखाया दम

बच्चों के बीच कुल 14 तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी। इनमें रस्सा खींच, रिंग मास्टर, अंधा निशानची, टोकरी बॉल, पजल, बोरी दौड़, चम्मच और गोली दौड़, खजाने की खोज, बैलेंस करो, तीन टांगों की दौड़, धीमी साइकिल रेस, म्यूजिकल चेयर व फुटबॉल शामिल थे। अंत में विजयी बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

क्या कहा डीईओ ने

डीईओ ने कहा कि शिक्षा का अर्थ है बच्चों का सर्वांगीण विकास। इसके लिए खेलकूद अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इससे मन के साथ साथ तन का विकास होता है। जो बच्चे खेल में तेज होते है पढ़ाई में भी उनका बेहतर विकास होता है। इस मौके पर ब्रजभूषण प्रसाद वर्मा, प्रहर्ष प्रतीक, राजश्री भट्टाचार्या, शिक्षक रौशन कुमार, पंकज कुमार, इम्तियाज़ अहमद, मुकेश कुमार, संजीव कुमार सहित कई विद्यालय के शिक्षक मौजूद थे ।

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