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नालंदा में एफसीआई कर्मी सहित 7 को उम्रकैद

नालंदा में चुनावी रंजिश में हुई हत्या मामले में कोर्ट ने 7 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही, 25 हजार रुपए का जुर्माना भी किया...

नालंदा में एफसीआई कर्मी सहित 7 को उम्रकैद
हिन्दुस्तान टीम,बिहारशरीफThu, 25 Apr 2019 08:56 PM
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नालंदा में चुनावी रंजिश में हुई हत्या मामले में कोर्ट ने 7 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही, 25 हजार रुपए का जुर्माना भी किया गया। जुर्माने की राशि जमा नहीं करने पर आरोपियों को 3 साल अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। गुरुवार को स्थानीय व्यवहार न्यायालय के त्वरित विचारण न्यायाधीश प्रथम रामप्रताप अस्थाना ने सजा सुनाई। आरोपित रवींद्र पासवान, बिजेंदर पासवान, राजू पासवान, सोनेलाल पासवान, श्रीराम पासवान, रामलखन पासवान व इंद्रदेव पासवान मानपुर थाना क्षेत्र के तिउरी गांव के रहने वाले हैं। इस मामले के दो अन्य आरोपित पप्पू पासवान व जगदीश पासवान की मौत सुनवाई के दौरान हो चुकी है। वहीं, मुख्य आरोपित हरिहर पासवान अब तक फरार है। सजा सुनने के लिए काफी संख्या में आरोपितों के परिजन पहुंचे थे। इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। सजा सुनाने के बाद कोर्ट हाजत ले जाने में पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सभी महिलाएं आरोपितों को घेरे हुई थीं। कई महिलाएं दहाड़ मार कर रो रही थीं।

अभियोजन की ओर से पैरवी कर रहे एपीपी सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2001 के पंचायत चुनाव में सूचक रामप्रवेश पासवान व आरोपित इंद्रदेव पासवान पंचायत समिति सदस्य के प्रत्याशी थे। चुनाव के दौरान आरोपित रवींद्र पासवान सूचक रामप्रवेश पासवान को चुनाव नहीं लड़ने व इंद्रदेव पासवान को समर्थन करने के लिए दबाव बना रहा था। ऐसा न करने पर अंजाम भुगतने के लिए लगातार धमकी दे रहा था। इसी दौरान, 11 जुलाई 2001 को पंचायत चुनाव हुआ। इसके बाद 19 अप्रैल 2001 को साढ़े 3 बजे दिन में सूचक रामप्रवेश पासवान के पिता रामेश्वर पासवान जानवर बांधने के लिए अपने पुराने घर जा रहे थे। बरगद का पेड़ के पास पहुंचते ही पहले से घात लगाए अपराधियों ने रामेश्वर पासवान को गोली मार हत्या कर दी। इस मामले में सभी 6 लोगों ने घटना का समर्थन किया है। एपीपी श्री सिन्हा ने बताया कि आरोपित रवींद्र पासवान एफसीआई में कार्यरत है और वर्तमान में वे कोलकाता में पदस्थापित हैं।

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