नालंदा: मधुमक्खीपालन से किसान हो सकते हैं समृद्ध
नालंदा के हॉर्टीकल्चर कॉलेज, नूरसराय में सोमवार को मधुमख्खी पालन विषय पर पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर के तीसरे बैच की शुरुआत सांसद कौशलेंद्र कुमार ने...
नालंदा के हॉर्टीकल्चर कॉलेज, नूरसराय में सोमवार को मधुमख्खी पालन विषय पर पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर के तीसरे बैच की शुरुआत सांसद कौशलेंद्र कुमार ने किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के पांच जिला औरंगाबाद, अरबल, जमुई, मुंगेर व लखीसराय से पाँच -पाँच प्रगतिशील किसान भाग ले रहे हैं। सांसद ने कहा कि किसानों को खेती के साथ समेकित कृषि अपनानी होगी, तभी किसान खुशहाल हो सकते हैं। किसान मधुमक्खीपालन,डेयरी, बकरी पालन, मुर्गी पालन,अंडा उत्पादन करें। इसके लिए सरकार अनुदान देगी। मधुमक्खीपालन में कम लागत में पाँच दिन के प्रशिक्षण लेकर किया जा सकता है। इसमें सरकार 50 प्रतिशत अनुदान देती है। जरूरत है मेहनत और ईमानदारी से इसे करें। काफी लाभ होगा। प्रिंसिपल डाँ पीके सिंह ने कहा कि मधुमक्खीपालन किसानों के लिए वरदान साबित होगा। इस अवसर कृषि वैज्ञानिक वीर बहादुर सिंह ,कुंज बिहारी, डाँ.मणिकांत प्रभाकर, डाँ.एपी सिंह सहित अन्य मौजूद थे।