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नालंदा में चंडी के बढ़ौना में डायरिया फैला,तीन दर्जन लोग बीमार

चंडी प्रखंड के बढ़ौना गांव में डायरिया फैल गया है। तीन दर्जन लोग बीमार हो गये हैं। डायरिया की चपेट में महिलाएं और बच्चे ज्यादा आये...

चंडी प्रखंड के बढ़ौना गांव में डायरिया फैल गया है। तीन दर्जन लोग बीमार हो गये हैं। डायरिया की चपेट में महिलाएं और बच्चे ज्यादा आये...
1/ 2चंडी प्रखंड के बढ़ौना गांव में डायरिया फैल गया है। तीन दर्जन लोग बीमार हो गये हैं। डायरिया की चपेट में महिलाएं और बच्चे ज्यादा आये...
चंडी प्रखंड के बढ़ौना गांव में डायरिया फैल गया है। तीन दर्जन लोग बीमार हो गये हैं। डायरिया की चपेट में महिलाएं और बच्चे ज्यादा आये...
2/ 2चंडी प्रखंड के बढ़ौना गांव में डायरिया फैल गया है। तीन दर्जन लोग बीमार हो गये हैं। डायरिया की चपेट में महिलाएं और बच्चे ज्यादा आये...
हिन्दुस्तान टीम,बिहारशरीफSat, 04 Aug 2018 09:42 PM
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चंडी प्रखंड के बढ़ौना गांव में डायरिया फैल गया है। तीन दर्जन लोग बीमार हो गये हैं। डायरिया की चपेट में महिलाएं और बच्चे ज्यादा आये हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि डायरिया से पीड़ित लोगों को जब इलाज कराने के लिए चंडी रेफरल अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सक ने कहा कि यहां इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। मजबूरी में निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ी। गरीबों की गाढ़ी कमाई इलाज में खर्च हो रही है। तीन दिनों से फैली डायरिया की सूचना स्वास्थ्य विभाग को थी, पर इलाज की कोई व्यवस्था नहीं की गयी। शनिवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने इस मामले में संज्ञान लिया तो विभाग की नींद खुली और गांव में चिकित्सकों की टीम भेजी गयी।

सहमे हैं गांव के लोग :

गांव में दहशत का माहौल बन गया है। एक के बाद एक दर्जनों लोगों के बीमार होने से लोग डर गये हैं। उसपर स्वास्थ्य विभाग की बेरुखी। चंडी व आसपास के कई निजी अस्पतालों में मरीजों की भरमार हो गयी। लोगों ने रेफरल अस्पताल को इसकी जानकारी दी, पर बीमार लोगों के इलाज के लिए कोई गये। ग्रामीण चुन्नू सिंह व अन्य ने आरोप लगाया कि इलाज नहीं होने के बाद सीएस को जानकारी देने के लिए फोन किया। करीब दस बार कोशिश की गयी, पर उन्होंने एक बार भी फोन नहीं उठाया। मीडिया में खबर आने के बाद डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने स्वास्थ्य विभाग को उचित कदम उठाने के निर्देश दिया। उनके आदेश के बाद जिला से मेडिकल टीम भेजी गयी। गांव में कैम्प लगाकर इलाज किया जा रहा है। सीएस भी गांव पहुंचे और लोगों का हाल-चाल लिया।

गंदा पानी पीने से हुए बीमार:-

ग्रामीणों का कहना है कि गंदा पानी पीने से लोग बीमार हुए हैं। पीएचईडी द्वारा पेयजल आपूर्ति के लिए गांव में बोरिंग की गयी है। उसी से गांव में पानी की सप्लाई होती है। लोगों का आरोप है कि बोरिंग से गंदा पानी निकलता है। गंदा पानी पीने से गांव के लोग डायरिया के शिकार हो रहे हैं। हालांकि ग्रामीणों की शिकायत के बाद बोरिंग को बंद कर दिया गया है।

अस्पताल में नहीं है इलाज की व्यवस्था:-

ग्रामीण ने बताया कि बीमार होने के बाद लोग इलाज के लिए सबसे पहले चंडी रेफरल अस्पताल गये थे। वहां ड्यूटी पर मौजूद महिला डॉक्टर ने टके सा जबाव दे दिया कि यहां डायरिया के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। अस्पताल का कोई प्रभारी भी नहीं है। बीमार लोगों की हालत खराब हो रही थी, इसलिए मजबूरी में निजी अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। तब जाकर उनकी जान बच पायी है। बताया जाता है कि चंडी अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं है। एक डॉक्टर अजय कुमार हैं, उन्हें डिप्टेशन पर जिला भेज दिया गया है। रेफरल अस्पताल खुद बीमार है। उधर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि डायरिया का यहां समुचित इलाज की व्यवस्था है। बढ़ौना गांव में मेडिकल टीम भेजी गयी है। सीएस ने भी मरीजों की जांच की है। जब बढ़ौना के मरीज अस्पताल में आये थे, उस वक्त वे मीटिंग में थे। महिला डॉक्टर अस्पताल में थीं। किस कारण से पीड़ितों का इलाज नहीं किया गया,इसकी जांच की जयेगी।

ये लोग आये डायरिया की चपेट में:-

सोनी देवी, सुमित कुमार, प्रिया कुमारी, ऋषभ राज, रोहित कुमार, रौनक कुमार, साक्षी कुमारी, प्रशांत कुमार, शोभा देवी, ब्रह्मेश्वरी प्रसाद, शान्ति देवी, रिंकू देवी, सुनैना देवी, खुशी कुमारी, संजय मालाकार, मोहित राज, दिव्यांशु सहित कई लोग बीमार हैं।

डीएम ने मामले को लिया गंभीरता से :

चंडी प्रखंड के बढ़ौना गांव में डायरिया के प्रकोप को डीएम डॉ.त्यागराजन एसएम ने गंभीरता से लिया है। डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही डीएम ने सिविल सर्जन को गांव में मेडिकल कैम्प लगाने का आदेश दिया है। गांव में डोर टू डोर सर्वे कर इसका कारण पता करने को कहा गया है। पूरे गांव में ब्लीचिंग पाउडर का अविलंब छिड़काव व अन्य उपाय करने का आदेश दिया गया है। डीएम स्वयं स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

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