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नालंदा में मुख्यमंत्री ने मखदूम-ए-जहां के आस्ताने पर की चादरपोशी6

खुशहाल व विकसित बिहार के लिए मांगी दुआएं

खुशहाल व विकसित बिहार के लिए मांगी दुआएं
1/ 3खुशहाल व विकसित बिहार के लिए मांगी दुआएं
खुशहाल व विकसित बिहार के लिए मांगी दुआएं
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हिन्दुस्तान टीम,बिहारशरीफWed, 20 Jun 2018 07:46 PM
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नालंदा में विश्व प्रसिद्ध सूफी हजरत शेख शर्फउद्दीन अहमद यहिया मनेरी रह. की मजार पर हर वर्ष लगने वाला पांच दिवसीय चिरागा मेला बुधवार से शुरू हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली चादरपोशी की और मखदूम-ए-जहां से खुशहाल व विकसित बिहार, देश में अमन-चैन और भाईचारे के लिए दुआएं मांगी।

11.30 बजे पुलिस लाइन में सीएम का हेलीकॉप्टर उतरा। वहां से वाहनों के काफिले के साथ मुख्यमंत्री 11. 40 बजे शहर के बड़ी दरगाह स्थित बाबा की मजार पर पहुंचे। परंपरा के अनुसार मजार के खादिम ने मुख्यमंत्री के सिर पर पगड़ी बांधी। उसके बाद चादरपोशी की रस्म पूरी की गई। मौके पर खानकाह-ए- मोअज्जम के साहबे सज्जानशीं (पीर साहब) सैफउद्दीन फिरदौसी, मित्तनघाट मजार के साहबे सज्जादानशीं मौलाना शमीम मोनअमी भी थे। करीब 15 मिनट तक मुख्यमंत्री मजार पर रुके। वहां से निकलकर बड़ी दरगाह मोहल्ले की ईदगाह में सूचना जन संपर्क विभाग द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में लगायी गयी सरकार की विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं का अवलोकन किया। चार विद्यार्थियों को बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और कुशल युवा प्रोग्राम के प्रशिक्षण प्रमाणपत्र दिये।

इसके बाद मुख्यमंत्री खानकाह-ए-मोअज्जम गए। वहां पीर साहब के साथ बैठक कर मजार व मेला से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की। मौके पर मंत्री श्रवण कुमार, राजगीर विधायक रवि ज्योति कुमार, डॉ. सुनील कुमार, एमएलसी रीना यादव व अन्य लोग शामिल थे। साहबे सज्जादानशीं ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा चादरपोशी के बाद इस वर्ष के सालाना मेले की शुरुआत हो गई। अब यहां देश-विदेश के श्रद्धालु आकर अपने श्रद्धा के फूल न्योछावर करेंगे। मेले के दौरान जायरीन के रहने, खाने, शौचालय व अन्य सभी प्रकार की सुविधाओं का इंतजाम किया गया है। मेले में बंगाल, ओडिशा, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, केरल, आंध्र प्रदेश व अन्य राज्यों के अलावा चीन, तिब्बत, बंग्लादेश व अन्य देशों के श्रद्धालु भाग लेते हैं।

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