अक्टूबर 2021 में टूटे थे कई तटबंध, बाढ़ से मची थी भारी तबाही
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अक्टूबर 2021 में टूटे थे कई तटबंध, बाढ़ से मची थी भारी तबाही
चार प्रखंडों के दर्जनों गांव आये थे बाढ़ की चपेट में
एक हजार से अधिक की फसल हो गयी थी बर्बाद
बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि।
तीन साल पहले 1 अक्टूबर 2021 को बाढ़ से खूब तबाही मची थी। पंचाने, सकरी और जिराइन नदियों के तटबंध कई जगह टूटे थे। चार प्रखंड क्षेत्र के करीब तीन दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गये थे। एक हजार से अधिक हेक्टेयर में लगीं फसलें जल समाधि ले ली थीं। रहुई, कतरीसराय, गिरियक, बिहारशरीफ और अस्थावां क्षेत्र में फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा था।
पटोरिया गांव की सड़क पूरी तरह तबाह हो गयी थी। पानी के दबाव में तीन स्थानों पर सड़क टूट गयी थी। कतरीसराय की तीन पंचायतों कटौना, दरवेशपुरा और मैरा बरीठ में खूब तबाही मची थी। स्टेट हाइवे 71 से पटोरिया गांव को जोड़ने वाली सड़क पानी के दबाव के कारण तहस-नहस हो गयी थी। खंधें में चारों तरफ लबालब पानी भर गया था। कई दिनों तक गांव के लोग घरों में कैद रहे थे। अस्थावां के जियर छिलका से दक्षिण लगभग 250 फीट में तटबंध में खांड़ हो गया था। जियर, रहमानपुर ,पिपरापुर , बेलदरिया के खेत जलमग्न हो गये थे। गिरियक प्रखंड में सकरी नदी के उफान में भारी तबाही मची थी। प्यारेपुर, दशरथपुर, पुरी, दुर्गापुर,पुरणबीघा आदि गांवों में तैयार धान की फसलें डूब गयी थीं। बाढ़ से मक्का, धान एवं सब्जी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा था। बिन्द के त्रिकोणा के पास जिराइन नदी का तटबंध टूट गया था। बिंद बाजार में बाढ़ का पानी घुस गया था।
तीन सड़कें डूबी थीं बाढ़ में
जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली एनएच 33 समेत चार सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही ठप हो गयी थी। बिहारशरीफ से जहानाबाद को जोड़ने वाले एनएच पर साठोपुर पुल के ऊपर डेढ़ फीट पानी का बहाव होने लगा था। बिहारशरीफ-राजगीर मार्ग पर कोसुक पुल के ऊपर से पंचाने नदी का पानी चढ़ गया था। बड़े व छोटे वाहनों की आवाजाही थम गयी थी। बिहारशरीफ-कतरीसराय भाया तेतरवां सड़क का डायवर्सन कुटौनियापर के पास सकरी नदी के उफान में बह गया था। बिंद के ताजनीपुर के पास बेनार-सकसोहरा मार्ग पर जिराइन का पानी चढ़ गया था।
रहुई में 4 बार पंचाने से मचायी थी तबाही
2021 में पंचाने नदी रहुई इलाके में एक-दो नहीं, चार बार तबाही मचायी थी। सितबंर और अक्टूबर में चार बार बाढ़ आया था। दुलचंदपुर गांव के पास करीब 100 फीट नदी का तटबंध टूट गया था। दुलचंदपुर गांव की गलियों समेत दर्जनों घरो में बाढ़ का पानी घुस गया था। बिहारशरीफ-रहुई रोड में इतासंग के पास, रहुई-धमौली रोड में दुलचंदपुर के पास सड़क में कटाव गया था। दोनों जगहों सड़क के ऊपर से दो से ढाई फिट पानी का बहाल हुआ था। वहीं, रहुई के डीहरा, गोवरिया व इतासंग गांव के पास पंचाने नदी में बने पुल के ऊपर से पानी की धार चली थी। मोहिउद्दीनपुर गांव की गलियों में पानी घुस गया था।
परवलपुर के प्रखंड कार्यालय में घुसा था पानी
मुहाने का जलस्तर बढ़ने से परवलपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय पानी से घिर गया था। आलम यह है कि पूरे प्रखंड सह अंचल कार्यालय में दो से तीन फुट तक पानी भर गया था। कर्मी अपने परिजनों के साथ सरकारी क्वार्टरों में कैद हो गये थे। प्रखंड कार्यालय आने के लिये नाव का इंतजाम करना पड़ा था।
इन सड़कों पर चढ़ा था बाढ़ का पानी :
1. बिहारशरीफ-जहानाबाद एनएच पर साठोपुर पुल के ऊपर
2. बिहारशरीफ-कतरीसराय भाया तेतरावां सड़क का कुटौनियापर के पास डायवर्सन टूटा,
3. बिहारशरीफ-राजगीर मार्ग पर कोसुक पुल के ऊपर पानी का तेज बहाव
4. बिंद के ताजनीपुर के पास बेनार-सकसोहरा मार्ग पर चढ़ा था जिराइन का पानी
5.अस्थावां के जाना गांव की सड़क पर पानी की धार
6. बिहारशरीफ-रहुई रोड में इतासंग के पास दो फीट पानी
7. दुलचंदपुर के पास रहुई-धमौली रोड के ऊपर पानी
साल 1 अक्टूबर 2021 में इन जगहों पर टूटा था तटबंध :
1. कतरीसराय : सकरी नदी में पटोरिया गांव के पश्चिम तीन स्थानों पर। पहला खाड़ (करीब 30 फीट ), दूसरा खाड़ (करीब 55 फीट) और तीसरा खाड़ (करीब 45 फीट)। कटौना गांव के पश्चिम में एक खाड़ (करीब 25 फीट)।
2.अस्थावां : जिराइन नदी में जियर (कुलती) छिलका के दक्षिण (करीब 30 फीट)
3. बिंद : बिंद के त्रिकोणा के पास जिराइन नदी का टूटा था तटबंध
4. सरमेरा : खोजकीपुर के पास धनायन का 50 फीट लम्बा तटबंध टूटा था।
5. रहुई : दुलचंदपुर के पास टूटा था तटबंध
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