ब्राउन शुगर की दलदल में फंस रहे हिलसा के युवा
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ब्राउन शुगर की दलदल में फंस रहे हिलसा के युवा
शहर में धड़ल्ले से हो रही प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की बिक्री
नशे की लत ले रही युवाओं की जान, आत्महत्या की घटनाएं बढ़ीं
तस्कर महिलाएं व बच्चों से करा रहे बिक्री, प्रशासन अंजान
फोटो:
हिलसा नशा-हिलसा में नशे में एक-दूसरे को इंजेक्शन देते युवा।
हिलसा, निज प्रतिनिधि/मनीष कुमार।
हिलसा शहर के युवा ब्राउन शुगर, गांजा, चरस जैसे नशे की दलदल में धंसते चले जा रहे हैं। शहर में प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। तस्कर बिक्री के लिए महिलाएं व बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रशासन इससे अनजान है या अंजान बनने का दिखावा कर रहा है।
नशे की लात युवाओं की जान ले रही है। नशे से होने वाली बीमारी से मौत हो रही है। आत्महत्या की घटनाएं भी बढ़ गयी है। जिनके अभिभावक सक्षम है वह मनोचिकित्सक से इलाज करा रहे हैं। महंगे नशे के लिए युवा व किशोर अपराध का रास्ता पकड़ रहे हैं। हर गली-हर मोहल्ले के गुमटीनुमा दुकानों में नशे के सामान बिक रहे हैं। सुनसान स्थानों पर ब्राउन शुगर, बॉनफिक्स, गांजा आदि का सेवन करते युवाओं के झुंड देखे जा रहे हैं। शहर की देखादेखी अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसका चलन बढ़ रहा है।
500 से 700 से बिक रही एक पुड़िया:
शहर में ब्राउन शुगर, चरस, गांजा की पुड़िया बनाकर बेचने वाले तस्कर सक्रिय हैं। ब्राउन शुगर की एक पुड़िया 500 से 700 से मिलती है। यह आसानी से लोगों तक पहुंच रही है। शुरुआत में तस्कर फ्री में युवाओं को इसका सेवन कराते हैं। आदत लगने के बाद मुंहमांगी कीमत वसूलते हैं। कई युवाओं को जानवर को लगने वाला इंजेक्शन ले रहे हैं। नशे से घर बर्बाद हो रहे हैं।
इन स्थानों पर लगती है जमघट:
तस्कर खुलेआम पुड़िया बनाकर बेच रहे हैं और युवा पुलिस के डर से नहीं, परिजनों के डर से सुनसान स्थान पर हुक्का मारते नजर आते है। शहर के एसयू कॉलेज का जर्जर हॉस्टल, महिला कॉलेज का जर्जर भवन, पटेल कॉलेज के पास, चिकसौरा रोड, रामबाबू हाई स्कूल मैदान के पूरब, सूर्य मंदिर व ईदगाह परिसर के आसपास सुबह से लेकर देर रात तक नशा करने वाले युवाओं का जमघट लगा रहता है। शिकायत के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं करती।
किडनी व हार्ट पर पड़ता है असर:
चिकित्सक डॉ. अनुज कुमार का कहना है कि नशे से कई तरह के नुकसान होते हैं। किडनी व हार्ट पर असर पड़ता है। कम उम्र में नशा करने से शरीर में खून की कमी हो जाती है। भूख नहीं लगती। नशेड़ी विक्षिप्त की तरह हरकत करने लगता है। नशे में पड़ने के बाद अपराध की ओर अधिक ध्यान जाता है। उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दी।
तस्करों पर होगी कार्रवाई:
डीएसपी सुमीत कुमार ने कहा कि यह मामला अभी तक उनके संज्ञान में नहीं आया है। इस तरह के प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की तस्करी करना या बेचना कानूनन अपराध है। इस धंधे में जो भी संलिप्त होंगे, उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लोग जागरूक हों और ऐसी घटनाओं की सूचना पुलिस को दें। लोगों के सहयोग से इसपर अंकुश लगाया जाएगा।
