हरनौत, सिलाव व राजगीर में सीएनजी फ्यूल स्टेशन शीघ्र
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हरनौत, सिलाव व राजगीर में सीएनजी फ्यूल स्टेशन शीघ्र
बिहारशरीफ के देवधा में अडानी कंपनी खुद से खोलेगी डेडिकेटेड सीएनजी फ्यूल सेंटर
100 रुपये के पेट्रोल से अधिकतम 18 से 20 किमी तो इतनी की ही सीएनजी से 45 से 50 किमी चलेगी कार
फोटो :
सीएनजी हरनौत : हरनौत में बनाया गया सीएनजी स्टेशन।
बिहारशरीफ। कार्यालय संवाददाता
डीजल-पेट्रोल का वाहनों में उपयोग कम करने के लिए शीघ्र ही जिले में कई पेट्रोल पम्पों पर सीएनजी सेंटर खोलने की तैयारी पूरी कर ली गयी है। पहले चरण में बिहारशरीफ स्टेशन के पास एक सीएनजी फ्यूल सेंटर स्थापित है। अब, हरनौत, सिलाव और राजगीर में सीएनजी फ्यूल सेंटर खोले जाने हैं। जबकि, देवधा में एनएच 20 पर आडनी कंपनी खुद डेडिकेटेड सीएनजी फ्यूल सेंटर खोल रही है। यहां सिर्फ सीएनजी व पीएनजी मिलेगी। जबकि, अन्य सीएनजी स्टेशनों पर पेट्रोल व डीजल भी मिलेगी। यहां 65 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से सीएनजी मिलेगी।
नालंदा के साथ ही गया जिले में सीएनजी व पीएनजी की आपूर्ति का जिम्मा इंडियन ऑयल अडानी गैस प्राइवेट लिमिटेड को केन्द्र सरकार ने दिया है। दोनों जिलों में दो साल में कम से कम 46 सीएनजी फ्यूल स्टेशन खोलने की योजना पर काम चल रहा है। इसके साथ ही 146 किलोमीटर गैस पाइपलाइन बिछाने की योजना अंतिम चरण में है। हरनौत के सिंह पेट्रोल पम्प व देवधा में रिलायंस पेट्रोल पम्प के सामने एनएच 20 पर सीएनजी फ्यूल सेंटर खोलने के लिए सुरक्षित भवन व पाइपलाइन बिछायी जा चुकी है।
300 सीएनजी गाड़ियां शहर में:
इनके खुलने से जिले में वायु प्रदूषण अपेक्षाकृत कम होगा। कारण यह कि यहां की अधिकतर गाड़ियां सीएनजी से चलने लगेंगी। बिहारशरीफ स्टेशन के पास महज एक सेंटर खुलने से शहर में 300 से अधिक सीएनजी से चलने वाली गाड़ियां आ गयी हैं। रोजाना वहां डेढ़ से दो हजार किलोग्राम सीएनजी भरी जाती है। आसपास के जिलों के वाहन मालिक भी सीएनजी भरवाने यहां आते हैं।
नालंदा विवि में सबसे पहले पीएनजी:
घरों में पाइपलाइन से गैस पहुंचाने की योजना को फाइनल टच दिया जा रहा है। नालंदा विश्वविद्यालय में पाइपलाइन का जाल बिछाया जा चुका है। उसके गेट तक अडानी कंपनी ने आपूर्ति पाइपलाइन का कनेक्शन भी कर दिया है। उम्मीद है कि इसी हफ्ते वहां सीएनजी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद आयुध कारखाना, पुलिस एकेडमी, सीआरपीएफ कैम्प समेत अन्य बड़े प्रतिष्ठानों के बाद सामान्य घरों में पाइपलाइन पहुंचायी जाएगी। इन स्थानों पर सिलाव टर्मिनल से गैस की आपूर्ति होगी।
पेट्रोल से काफी सस्ती:
वाहनों को चलाने में पेट्रोल की अपेक्षा सीएनजी काफी सस्ती पड़ती है। उदाहरण के लिए 100 रुपये के एक लीटर पेट्रोल में वैगन-आर नामक कार अधिकतम 18 से 20 किलोमीटर चलेगी। जबकि, 65 रुपये की एक किलोग्राम सीएनजी में 30 से 32 किलोमीटर। दाम भी कम और माइलेज ड्योढ़ा से भी अधिक। साल के अंत तक नालंदा के घर-घर में पाइपलाइन से पीएनजी पहुंचने लगेगी। इस तरह, 100 रुपये के पेट्रोल में 18 से 20 किलोमीटर कार चलेगी। जबकि, 100 रुपये की सीएनजी से यही कार 45 से 50 किलोमीटर राह तय करेगी।
क्या है सीएनजी व पीएनजी:
इंडियन ऑयल अडानी गैस प्राइवेट लिमिटेड के नालंदा-गया प्रमुख लोकेश एम. कुमार ने बताया कि कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस का संक्षप्ति रूप सीएनजी है। इसी तरह, पाइप्ड नेचुरल गैस का संक्षप्ति रूप पीएनजी है। घरों के चूल्हों में जलने वाली गैस पीएनजी तो वाहनों में उपयोग की जाने वाली गैस सीएनजी कहलाती है। ये दोनों ही प्राकृतिक गैस हैं। लेकिन, सीएनजी को उच्च दाब (200 बार तक) कंप्रेश किया जाता है। जबकि, पीएनजी का दाब चार बार से 21 मिली बार तक होता है। बार एक इकाई है, जो गैस को संकुचित करने की माप है।
60 लाख की लगेगी मशीन:
हरनौत के सिंह पेट्रोल पंप पर सीएनजी की आपूर्ति के लिए 60 लाख की दो मशीनें लगायी जानी हैं। ये मशीनें डी-कंप्रेशर व कंप्रेशर कहलाती हैं। इसके अलावा गाड़ी में भरने के लिए एक मशीन लगायी जानी है।
अधिकारी बोले:
वाहनों में सीएनजी के उपयोग से वायु प्रदूषण काफी हद तक कम हो जाएगा। जैसे-जैसे सीएनजी फ्यूल सेंटरों की संख्या बढ़ेगी, सीएनजी से चलने वाले वाहनों की संख्या बढ़ेगी। सरकार भी इसे बढ़ावा दे रही है।
लोकेश कुमार, फील्ड ऑफिसर, इंडियन ऑयल अडानी गैस प्राइवेट लिमिटेड