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बिहारशरीफ: अस्पताल में बनेगा सेंट्रल ओपीडी और इमरजेंसी

सदर अस्पताल का जल्द ही कायाकल्प होगा। यहां सेंट्रल ओपीडी के साथ ही सेंट्रल इमरजेंसी वार्ड भी होगा। इसके आस-पास ही सारे विभाग होंगे। 300 बेड वाले इस अस्पताल की क्षमता बढ़कर 500 बेडों वाला किया जाएगा।...

बिहारशरीफ: अस्पताल में बनेगा सेंट्रल ओपीडी और इमरजेंसी
बिहारशरीफ | निज संवाददाताWed, 26 Feb 2020 12:59 PM
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सदर अस्पताल का जल्द ही कायाकल्प होगा। यहां सेंट्रल ओपीडी के साथ ही सेंट्रल इमरजेंसी वार्ड भी होगा। इसके आस-पास ही सारे विभाग होंगे। 300 बेड वाले इस अस्पताल की क्षमता बढ़कर 500 बेडों वाला किया जाएगा। हर वक्त ऑन कॉल डॉक्टर की व्यवस्था रहेगी। 

दो सर्जन व दो फिजिसियन तैनात किये जाएंगे। खास बात यह कि फिजिसियन ऑन कॉल 24 घंटे सेवा देंगे। इतना ही नहीं, सेंट्रल ओपीडी व इमरजेंसी के बीच में सभी वार्ड रहेंगे। ताकि, कहीं भी शिफ्ट करने में दिक्कत न हो। पूरा कक्ष वातानुकूलित होगा। यही रोगियों के लिए प्रतिक्षालय भी रहेगा। रोगियों को इलाज के दौरान लाइन में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा।  

सीएस डॉ. राम सिंह ने बताया कि अस्पताल परिसर का पूरा सर्वे किया गया है। इसमें पुराने व जर्जर भवन को तोड़कर नया भवन बनाया जाएगा। सर्वे का काम हो चुका है। जल्द ही इसका संभावित प्लान आएगा। उसके बाद इस पर मंथन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि न्यूमोनिया से हो रही मौत को रोकने के लिए ‘सांस’ कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके तहत नवजात शिशु के जन्म के समय से पांच वर्ष तक नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी। आशाकर्मी व एएनएम को और दक्ष बनाया जाएगा। ग्रामीण स्तर पर वे ऐसे रोगियों का इलाज कर सकेंगी। सांस में परेशानी या न्यूमोनिया के लक्षण मिलने पर तत्काल रोगी को अस्पताल में ले जाकर इलाज भी कराएंगी।

हाईटेक होगी सारी व्यवस्था
पूरा परिसर नए लुक में दिखेगा। इसमे सभी व्यवस्था हाईटेक होगी। गैर संचारी रोग नियंत्रण के लिए पहले ही मौजूद ओ पी डी के बगल में स्पेशल चैंबर बन चुका है। हैंड ओवर नहीं होने से फिलहाल जांच सुविधा शुरू नहीं हो सका है।

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