Bihar Land Survey: खेतों में लाठी लेकर आड़ बनवा रहे गांव के शहरी बाबू, जुटा रहे खतियान और वंशावली
ग्रामीण इलाके के खेतों में लाठी लेकर शहरों में रहने वाले लोग मेड़ बनवा रहे हैं। दरअसल विशेष भू सर्वेक्षण को लेकर जिले के पंचायत में संपन्न आमसभा में ग्रामीण भू धारकों को अपनी अपनी खेतों की आर और चौहद्दी फिक्स करने को कहा गया है। अब लोग प्रपत्र भरने के पूर्व आनन फानन में खेतों पर जा रहे हैं।
Bihar Land Survey: बिहार के सभी 45 हजार गांवों में चल रहे विशेष भू सर्वेक्षण को लेकर एक तरफ जहां आम लोगों में अपने-अपने जमीन का सर्वे करवाने को लेकर लोगों में काफी अफरातफरी मची हुई है। वहीं शहर लगभग खाली हो गया है और यहां से लोग देहात की और कूच कर गए हैं जहां उनकी पुश्तैनी जमीन और पुराना घर है। ऐसी स्थिति सिर्फ पूर्णिया की ही नहीं बल्कि जिले से बाहर अन्य प्रदेश में रहने वाले पूर्णिया के सभी भू धारक की है। गांव में इन दिनों जनसंख्या काफी बढ़ी हुई लग रही है क्योंकि बड़ी संख्या में रोजगार के लिए पलायन कर चुके लोग गांव आने लगे हैं।
ग्रामीण इलाके के खेत खलिहानों पर गजब का नजारा बन गया है। ग्रामीण इलाके के खेतों में लाठी लेकर शहरों में रहने वाले लोग मेड़ बनवा रहे हैं। दरअसल विशेष भू सर्वेक्षण को लेकर जिले के पंचायत में संपन्न आमसभा में ग्रामीण भू धारकों को अपनी अपनी खेतों की आर और चौहद्दी फिक्स करने को कहा गया है। अब लोग प्रपत्र भरने के पूर्व आनन फानन में खेतों पर जा रहे हैं और वहां अपने लोगों से ही तू तू मैं मैं हो रहा है। शहरी क्षेत्र से पहुंचे लोग तो लाठी लेकर खड़े हैं और निजी अमीन से जमीन की मापी करवा कर आल बना रहे हैं।
शिविर को लेकर गांव में जमघट
पूर्णिया में ग्रामीण क्षेत्र में एक तरफ जहां विशेष भू सर्वेक्षण को लेकर भीड़ लग रही है वहीं 11 सितंबर को जिला प्रशासन ने पंचायतों में जिले वासियों की सुविधा के लिए म्यूटेशन, परिमार्जन, लगान अद्यतनीकरण एवं आधार सीडिंग के कार्यों के त्वरित निष्पादन के लिए शिविर लगा दिया ताकि लोगों को अपने-अपने जमीन के म्यूटेशन से लेकर तमाम चीजों का समाधान शिविर में हो सके और इसका लाभ विशेष भू सर्वेक्षण के प्रपत्र को भरने में मिले। जानकारी के अनुसार 11 सितंबर को अमौर अंचल में पंचायत सरकार भवन ज्ञानधोव, पोठिया पंचायत भवन एवं डहुआबाड़ी पंचायत सरकार भवन, बैसा अंचल में पंचायत भवन मजगामा हाट, बायसी अंचल में हल्का कचहरी बायसी, डगरूआ अंचल में पंचायत भवन कोहिला, श्रीनगर अंचल में पंचायत सरकार भवन खुट्टी धुनैली सहित कई प्रखंडों में शिविर लगाया जा रहा है।
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कसबा अंचल में सामुदायिक भवन कसबा एवं जलालगढ़ अंचल में हल्का कार्यालय जलालगढ़, पूर्णिया पूर्व अंचल में अग्निशमन कार्यालय, मरंगा और हल्का कचहरी चाँदी, के०नगर अंचल में नगर पंचायत भवन चंपानगर, भवानीपुर अंचल में पंचायत भवन सुपौली, रूपौली अंचल में डोभा एवं पंचायत भवन, बी कोठी अंचल में पंचायत भवन बरहरा, धमधाहा अंचल में पंचायत भवन बरदेला, बनमनखी अंचल में पंचायत भवन चांदपुर में शिविर लगाया गया। इसको लेकर इन पंचायत में काफी भीड़ लगी रही। बुधवार की सुबह से ही लोग अपने-अपने गांव के लिए तीर्थ यात्रा की तरह निकल रहे हैं।
कहीं उत्साह तो कहीं परेशानी
विशेष भू सर्वेक्षण को लेकर शहर एवं परदेस से ग्रामीण क्षेत्र पहुंचे लोगों को लेकर एक तरफ जहां उत्सव सा माहौल लग रहा है वहीं दूसरी तरफ वंशावली एवं कागजात को लेकर कई परिवारों में झमेला भी देखने को मिल रहा है। किसी किसी परिवार में वर्षों बाद भाइयों का मिलन हो रहा है तो कुछ परिवार ऐसे भी हैं जहां बंटवारे को लेकर काफी झमेला होने लगा है।
किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। विशेष भू सर्वे में दावा आपत्ति के लिए तीन चांस हैं। खतियान भी सहूलियत से उपलब्ध कराया जा रहा है और रजिस्ट्री ऑफिस में केवाला का नकल भी दिया जा रहा है।-रवि राकेश, एडीएम सह बंदोबस्त पदाधिकारी, पूर्णिया।
अभिलेखागार में लगी भीड़
पुश्तैनी जमीन के खतियान की खोज में नई पीढ़ी के लड़कों एवं लड़कियों की भीड़ अभिलेखागार कार्यालय में बढ़ गई है। अभिलेखागार के पदाधिकारी ने सप्ताह के पहले तीन दिन चिरकुट जमा करने का समय रखा है। वहीं खतिहान उपलब्ध करा देने का समय रखा है। खतियान के लिए एक-एक दिन में हजार की संख्या तक आवेदन आ रहे हैं।
शहर क्यों हुआ खाली
नौकरी पेशा से जुड़े एवं रोजगार की तलाश में अधिकांश बुद्धिजीवी लोग गांव से बाहर रह रहे हैं। शहरी क्षेत्र को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्र में सर्वेक्षण होने को लेकर अधिकांश लोगों का ध्यान ग्रामीण क्षेत्र की ओर हो गया है। लोग शहर छोड़ कर गांव की ओर निकल गए हैं जिससे पिछले दो दिनों से शहर खाली खाली लगने लगा है।
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