Bihar Flood: 80 से ज्यादा घर कोसी में विलीन, गांवों का सड़क संपर्क टूटा; बिहार में बाढ़ का कहर
संक्षेप: Bihar Flood: बेलागोठ का वार्ड आठ पूरी तरह से कोसी में समा चुका है, जबकि वार्ड सात का तीन हिस्सा नदी में समा चुका है। पिछले तीन दिनों से अब वार्ड छह कोसी की जद में है। यहां भी पिछले 24 घंटे में तीन दर्जन से अधिक घर कटकर कोसी नदी में विलीन हो गए हैं।
Bihar Flood: सुपौल में कोसी में उफान से सदर प्रखंड की बलवा पंचायत और किशनपुर की दुबियाही पंचायत में अबतक कटाव के कारण करीब 80 परिवारों के एक सौ से ज्यादा घर कोसी नदी में विलीन हो चुके हैं। बलवा के लालगंज वार्ड-13 में सोमवार की रात 40 परिवारों के 60 घर नदी में विलीन हो गए। इस सड़क पर करीब 50 मीटर तक दो से तीन फीट पानी फैला हुआ है, जिससे लोगों को अपना सामान तक निकालने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। इधर, किशनपुर की दुबियाही पंचायत के बेलागोठ में भी लगातार कटाव जारी है। बेलागोठ का वार्ड आठ पूरी तरह से कोसी में समा चुका है, जबकि वार्ड सात का तीन हिस्सा नदी में समा चुका है।

पिछले तीन दिनों से अब वार्ड छह कोसी की जद में है। यहां भी पिछले 24 घंटे में तीन दर्जन से अधिक घर कटकर कोसी नदी में विलीन हो गए हैं। लोग आशियाना उजाड़ कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। सुपौल के डीएम ने बताया कि बाढ़ प्रभावितों के लिए तत्काल सामुदायिक किचन शुरू करा दिया गया है। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय कैंपस में दोबारा बाढ़ आई है। सीनेट हॉल के पास बाढ़ का पानी है। नया बाजार सखीचंद घाट और बूढ़ानाथ के पास बाढ़ का पानी आ ग
दरभंगा जिले में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से किरतपुर अंचल के कई गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है। जलस्तर बढ़ने से एक गांव का दूसरे गांव से सड़क सम्पर्क भंग हो गया है। नदी के दोनों तटबंधों के भीतर बसे लोगों ने बाढ़ की आशंका से ऊंचे स्थानों की ओर पलायन शुरू कर दिया है। कोसी तटबंधों के भीतर स्थित भंडरिया गांव के रंजीत यादव ने बताया कि कोसी नदी उफान पर है। उनके गांव को पानी ने चारों ओर से घेर लिया है।
भंडरिया-कदवारा व भंडरिया-रघुनाथपुर सड़कों पर भी पानी की धारा बहने लगी है। नाव के अभाव में इस इलाके के लोग घरों में कैद हैं। सबसे बुरा हाल किरतपुर अंचल के ढाका भलुआहा गांव का है। कोसी नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि से चिंतित बनरी, लक्ष्मीनियां, बेलाही, चकला आदि गांवों के लोग माल-मवेशियों के साथ कोसी पश्चिमी तटबंध के गोकुल चौक से लेकर तरबारा चौक के बीच अपनी झोपड़ियां खड़ी करने में जुट गये हैं।





