
बिहार चुनाव: वोटिंग से 4 दिन पहले मिलेगी वोटर पर्ची, नहीं बदले जाएंगे बूथ
संक्षेप: बिहार चुनाव में राज्य के मतदाताओं को मतदान के चार दिन पहले ही वोटर पर्ची दे दी जाएगी, ताकि वे नियत समय पर मतदान के लिए बूथ पर पहुंचे सकें। गुंजियाल ने कहा कि इस बार किसी भी बूथ को नहीं बदला जाएगा। मंगलवार से सभी प्रवर्तन एजेंसियां सक्रिय हो जाएंगी और चुनाव संबंधी कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव को दो चरणों में कराए जाने की घोषणा कर दी है। चुनाव आयोग द्वारा इस बार कई नई पहल की गई है। वहीं, इस बार राज्य के मतदाताओं को मतदान के चार दिन पहले ही वोटर पर्ची दे दी जाएगी, ताकि वे नियत समय पर मतदान के लिए बूथ पर पहुंचे सकें। गुंजियाल ने कहा कि इस बार किसी भी बूथ को नहीं बदला जाएगा। पूर्व के चुनावों में विभिन्न कारणों से बूथों के स्थान में परिवर्तन किए जाते रहे थे, जो इस बार नहीं होगा।

सोमवार को सीईओ कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि मंगलवार से सभी प्रवर्तन एजेंसियां सक्रिय हो जाएंगी और चुनाव संबंधी कार्रवाई शुरू हो जाएगी। कहा कि चुनाव की घोषणा होने के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। सभी सरकारी, सार्वजनिक एवं निजी भवनों एवं स्थानों से राजनीतिक दलों के पोस्टर-बैनर हटाने का दिशा-निर्देश दिया गया है। उन्होंने एक सवाल पर कहा कि पेट्रोल पंप व अन्य स्थानों पर लगाए गए पोस्टरों को लेकर संबंधित एजेंसियों को दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।
32 विधानसभा क्षेत्र अधिक खर्च किए जाने वाले चिन्हित
उन्होंने बताया कि बिहार में पिछले विधानसभा चुनावों के अनुभव के आधार पर 32 अधिक खर्च वाले विधानसभा क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। इन क्षेत्रों में आयकर एवं अन्य एजेंसियों के माध्यम से सख्त नजर रखी जाएगी। उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में इन क्षेत्रों में भारी मात्रा में नकदी पकड़ी गई थी। बताया कि इस बार के चुनाव में हेली ड्रॉपिंग किसी भी बूथ पर नहीं होगी।
संवेदनशील बूथों को चिन्हित करने की कार्रवाई की जा रही है। 2-3 बार 9-10 बूथों वाले क्षेत्रों में सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी घूम चुके हैं। उनकी रिपोर्ट के बाद उन्हें चिन्हित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित रहे दक्षिण बिहार के छह जिलों में करीब 2100 बूथों को चिन्हित किया गया है, हालांकि, पिछले चुनावों में कोई बड़ी घटना उन इलाकों में नहीं हुई है।
अपील की, सभी मतदान में शामिल हों
सीईओ ने सभी मतदाताओं से विधानसभा चुनाव में उत्साहपूर्वक शामिल होने और अन्य लोगों को भी जागरूक करने की अपील की। उन्होंने बताया कि ईवीएम की जांच, चुनाव कर्मियों के प्रशिक्षण, बूथों पर नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता सहित अन्य कार्यों को पूरा कर लिया गया। कुछ अन्य कार्रवाई के स्तर पर है। चुनाव को लेकर राज्य स्तर पर कंट्रोल एवं कमांड सेंटर बनाया गया है।
वहीं, चुनाव आयोग द्वारा विकसित एप के माध्यम से भी मतदाताओं को विशेष जानकारियां उपलब्ध होगी। बुजुर्ग एवं दिव्यांजन मतदाताओं के लिए घर से मतदान की सुविधा एवं बूथों पर विशेष रैंप व व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। युवा मतदाताओं को लक्ष्य कर उन्हें मतदान के लिए जागरूक किया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय एवं प्रशांत कुमार सीसीएच, अपर सचिव माधव कुमार सिंह, अशोक प्रियदर्शी व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कुल मतदान केंद्र -- 90,712
ग्रामीण क्षेत्र में मतदान केंद्र - 76,801
शहरी क्षेत्र में मतदान केंद्र - 13,712
प्रति केंद्र औसत मतदाता - 818
वेब कॉस्टिंग - 100 प्रतिशत बूथों पर
दिव्यांगों द्वारा संचालित बूथ - 292
महिलाओं द्वारा संचालित बूथ - 1044
युवाओं द्वारा संचालित बूथ - 38
आदर्श मतदान केंद्र - 1350





