नदियों का जलस्तर गिरा, कटाव का खतरा बढ़ा
पिछले कुछ दिनों से बारिश से उफना रही कोसी और सीमांचल की नदियों के जलस्तर में कुछ जगहों पर शुक्रवार को कमी आई। वहीं कुछ इलाकों में कटाव का खतरा बरकरार...
सुपौल, अररिया व किशनगंज में नदियों के जलस्तर में आयी कमी
किशनगंज के दिघलबैंक में एक प्राथमिक विद्यालय कटाव की जद में
पिछले कुछ दिनों से बारिश से उफना रही कोसी और सीमांचल की नदियों के जलस्तर में कुछ जगहों पर शुक्रवार को कमी आई। वहीं कुछ इलाकों में कटाव का खतरा बरकरार है।
सुपौल में कोसी नदी के जलस्तर में कमी आने से तटबंध के अंदर बसे गांवों की स्थिति सामान्य होने लगी है। शुक्रवार को कोसी नदी का डिस्चार्ज 1 लाख 20 हजार क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया। लगातार पानी घटने से लोग अब अपने घर को लौटने लगे हैं। हालांकि पानी घटने के बाद अब लोगों को कटाव का खतरा सताने लगा है। कटाव वाले स्थानों पर बोल्डर क्रेटिंग और बालू भरी बोरियां डालने का काम चल रहा है।
अररिया जिले की नदियों के भी जलस्तर में शुक्रवार को कमी आयी। लेकिन फारबिसगंज, पलासी, सिकटी, जोकीहाट के जिन इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है वहां लोग परेशान हैं। पलासी के धर्मगंज में स्कूल परिसर में पानी भरा हुआ है। वहीं, अररिया से जोकीहाट होते हुए सिल्लीगुड़ी जाने वाली मुख्य सड़क पर पुल ध्वस्त होने के कारण बनाये गए डायवर्सन पर पानी चढ़ गया है। फारबिसगंज-कुर्साकांटा डोमरा बांध सड़क पर लोग जानलेवा सफर के लिए मजबूर हैं। डायवर्सन में कई वाहन और ट्रैक्टर फंसे हैं।
किशनगंज में शुक्रवार को जिले की सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी आई। ठाकुरगंज, दिघलबैंक, पोठिया व टेढ़ागाछ में गुरुवार को नदियों के जलस्तर बढ़ने से दर्जनों गांवों से बाढ़ का पानी निकलने लगा है। वहीं दिघलबैंक में कनकई नदी का जलस्तर तो कम हुआ है लेकिन कटाव का खतरा बढ़ा है। दिघलबैंक की पत्थरघट्टी पंचायत के ग्वालटोली स्थित नव प्राथमिक विद्यालय आलम टोला बिल्कुल कटने के कगार पर है। कभी भी यह विद्यालय नदी में समा सकता है।
कटिहार जिले में महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। नदी किनारे स्थित गांव में पानी फैल गया है। कदवा प्रखंड क्षेत्र में रीगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कदवा, धनगामा,तेतलिया, चौनी, भर्री में फैल गया है।