Unique Ritual in Dumrama to Ward Off Negative Energy for 130 Years बांका : 130 वर्षो से नकारात्मक उर्जा को रोकने के लिए तंत्र विधि से हो रही है पूजा, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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बांका : 130 वर्षो से नकारात्मक उर्जा को रोकने के लिए तंत्र विधि से हो रही है पूजा

अमरपुर के डुमरामा में 130 वर्षों से भक्तों द्वारा नकारात्मक ऊर्जा को रोकने के लिए विशेष पूजा की जा रही है। बिसुआ पर्व पर शुरू होने वाली यह पूजा तीन दिन चलती है। भक्त ढोल नगाड़े के साथ गांव का भ्रमण...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरTue, 15 April 2025 05:00 PM
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बांका : 130 वर्षो से नकारात्मक उर्जा को रोकने के लिए तंत्र विधि से हो रही है पूजा

अमरपुर (बांका), निज संवाददाता। अमरपुर नगर पंचायत के डुमरामा में नकारात्मक उर्जा के प्रभाव को रोकने के लिए पिछले 130 वर्षो से यंत्र, तंत्र एवं मंत्र विधि से भक्तों द्वारा अनोखी विधी से पुजा अर्चना की जा रही है। प्रत्येक वर्ष बिसुआ पर्व के अवसर पर पूजा की शुरुआत की जाती है जो तीन दिनों तक चलती है। भक्त पुजारी शेखर तपस्वी ने बताया कि पहले दिन भक्त ढोल नगाड़े के साथ पुरे गांव का भ्रमण करते हुए तंत्र व मंत्र विधि से पुरे गांव को बांध देते हैं। इसके बाद पूजा की शुरुआत की जाती है। पूजा के दौरान एक हजार गोबर के उपलों के बीच लोहे की जंजीर को गरम किया जाता है। जब जंजीर पूरी तरह से गर्म होकर लाल हो जाती है तो दो व्यक्ति एक बांस के सहारे जंजीर को लटका देते हैं तब पुजारी भक्त शेखर तपस्वी एक कड़ाही में लिए तेल की लेप अपने दोनो हाथो से गरम जंजीर में लगाते हैं। पुजारी श्री तपस्वी ने बताया कि पूर्व में उनके दादा मनोहर तपस्वी इस विधि से पूजा करते थे। दादा के देहांत होने के बाद उनके पिता मनीष मोहन तपस्वी इस विधि से पूजा करते थे। पिता के बाद वह इस विधी से पुजा करते हैं । उन्होंने बताया कि उनके पूर्वज गुरु गोरखनाथ से सिद्धि प्राप्त कर श्रद्धा से मां दुर्गा मंदिर में भरतर बाबा का पूजा पाठ करते आ रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि किसी कारण से दो वर्षों तक पूजा नहीं हो सकी थी तब मंदिरों से अजीबो-गरीब आवाजें निकलने लगी थीं। कभी ढोल नगाड़े की आवाज तो कभी भजन कीर्तन की आवाजें मंदिर से आने लगी। इसके बाद पुनः यह पूजा शुरू की गई। ग्रामीणों के बीच मान्यता है कि गांव में यदि किसी बच्चे की तबियत खराब होती है तो पूजा के दौरान बचे तेल एवं भभूत(राख) बच्चे के तकिये के नीचे रख देने से बच्चे की तबियत ठीक हो जाती है। पूजा के दौरान पुरे गांव के लोग श्रद्धा से वार्ड नंबर दो के मां दुर्गा मंदिर परिसर पहुंच कर पूजा में शामिल होते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि तंत्र, मंत्र एवं यंत्र विधी से पुजा करने के बाद पुरे गांव से नकारात्मक उर्जा का प्रभाव समाप्त हो जाती है।

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