खगड़िया के गोगरी थाना अंतर्गत कस्तूरबा विद्यालय क्वारंटाइन सेंटर में माता पिता के साथ रह रहे दो वर्षीय मासूम बच्चे की छत की सीढ़ी से गिरकर मौत हो गईं। मृत बच्चा लक्ष्मीपुर गांव निवासी मिथुन कुमार के पुत्र मयंक कुमार बताया जा रहा है।
घटना रविवार की रात की है। मिली जानकारी के अनुसार गत 18 मई को पानीपत से लौटकर क्वारंटाइन सेंटर में दक्षिणी जमालपुर पंचायत के लक्ष्मीपुर निवासी मिथुन कुमार की पत्नी गीता देवी भर्ती हुई। मयंक रात में छत की सीढ़ी से नीचे गिर गया। इससे उसके पैर में गंभीर चोटें आयी। मृत बालक की मां ने बताया कि जब बालक सीढ़ी से नीचे गिरा तो सेंटर में ही प्राथमिक उपचार में दवा खिलायी गयी।
दवाई खाने के बाद बालक की तबीयत सुधारने के बजाय बिगड़ने लगी। सेंटर के प्रभारी उस समय गायब थे। सेंटर के अन्य कर्मियों के सहयोग से एम्बुलेंस से इलाज के लिए बच्चे को रेफरल अस्पताल लाया गया। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने बच्चे को जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। बताया गया कि छत की सीढ़ी से गिरने पर सिर में गंभीर चोटें लगी हैं। इससे बालक की दो घंटे में ही मौत हो गयी।
घटना की खबर पर गोगरी एसडीओ सुभाषचंद्र मंडल, एसडीपीओ पीके झा, बीडीओ अजय दास, सीओ कुमार रविन्द्र नाथ, थानाध्यक्ष शरत कुमार ने पहुंच लकर मृतक के परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली। मृतक की मां ने अधिकारियों को बताया कि जिस समय बालक सीढ़ी से गिरा था उसी समय इलाज के लिए तुरंत अस्पताल लाया जाता तो बच्चे की मौत नही होती। हल्का- फुल्का दवाई देकर बालक को सेंटर पर रखा। जिसके कारण सही इलाज के अभाव में दो घंटे में ही बालक की मौत हो गई। परिजनों ने सेंटर प्रभारी पर लापरवाही का आरोप लगाकर मामले की जांच की मांग की।
एसडीओ ने मृत बालक की मां को 20 हजार रुपये का चेक देकर अंतिम संस्कार करने गोगरी गंगा घाट भेजा। वहीं मृत बालक के माता- पिता को क्वारंटाइन सेंटर में रहने को कहा गया। सेंटर में बालक की सीढ़ी से गिरकर मौत होने की घटना पर लोग सारा दोष सेंटर प्रभारी को दे रहे हैं। चर्चाओ में कहा जा रहा है कि अगर बालक का त्वरित इलाज कराया जाता तो उसकी मौत नहीं होती। घटना की खबर पर पहुंचे लोगों की आंखें नम थीं। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इधर एसडीओ ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में सीढ़ी से गिरकर बालक की मौत की घटना होने पर सरकार की जितनी सुविधा देने का प्रावधान होगा उसका लाभ पीड़ित परिजन को दिया जाएगा।