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तीन वर्ष बाद भी नहीं बन पाई सर्वे की सड़क

कार्य एजेंसी की मनमानी की सजा ग्रामीणों को विगत तीन वर्षों से भुगतनी पड़ रही हैं। मामला बोबिल पंचायत का है। जुलाई का प्रथम सप्ताह गुजर गया। लेकिन क्षतिग्रस्त सड़क को विभाग ठीक करने में काई दिलचस्पी...

तीन वर्ष बाद भी नहीं बन पाई सर्वे की सड़क
हिन्दुस्तान टीम,भागलपुरTue, 18 Jul 2017 04:51 PM
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कार्य एजेंसी की मनमानी की सजा ग्रामीणों को विगत तीन वर्षों से भुगतनी पड़ रही हैं। मामला बोबिल पंचायत का है। जुलाई का प्रथम सप्ताह गुजर गया। लेकिन क्षतिग्रस्त सड़क को विभाग ठीक करने में काई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। ग्रामीणों के भोलेपन का नाजायज लाभ संवेदक उठाकर चले गए। विभागीय अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक पीडब्ल्यूडी सड़क निर्माण के क्रम में सड़क से निकलनी वाली सर्वे सड़क के मुहाने की मिट्टी काटकर पीडव्ल्यूडी सड़क बना दी। इससे एक सड़क की सेहत सुधरी तो दूसरे की बिगड़ गई। इसके लिए कौन जिम्मेवार है? मामले की पारदर्शी जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। उल्लेखनीय हो कि कार्य एजेंसी कीइस हरकत से फुलवड़िया गांव में दो किलोमीटर लंबी ग्रामीण सर्वे सड़क का सीधा संपर्क नवनिर्मित पीडब्ल्यूडी से विगत तीन वर्षों से भंग हो गया गया है। सड़क विगत तीन वर्षों से अनुपयोगी बनी हुई है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो कार्य एजेंसी ने इस तरह की हरकत कर अपने जेब को मालामाल कर लिया। वहीं ग्रामीण सड़क के अस्तित्व विहीन हो जाने से दिनानुदिन कंगाल होते जा रहे हैं। ग्रामीणों को इस सजा से कौन एवं कब तक मुक्ति दिलाएगा? यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है? ग्रामीण इस समस्या की ओर स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर विभागीय पदाधिकारी तक शिकायत की। लेकिन ग्रामीणों को आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। कार्य एजेंसी अपने स्वार्थ में आकर ग्रामीण सड़क के मुहाने को रात में जेसीबी से काटकर पीडब्ल्यूडी सड़क का निर्माण कर दिया। ग्रामीण सर्वे सड़क का संपर्क इस सड़क से कट जाने से लोगों को आवाजाही करने में कई वर्षों से परेशानी का सामना करना पड़ रह रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक फुलवड़िया से सिकंदरपुर तक पीडब्ल्यूडी सड़क में पहली बार कालीकरण वर्ष 2013 के नवंबर के अंतिम सप्ताह में शुरू करवाया गया। ग्रामीणों के मुताबिक कार्य एजेंसी इस क्रम में मनमानी की। नियम के विरुद्घ जाते हुए गांव में निर्धन राम के घर के निकट चौराहा पर ग्रामीण सर्वे सड़क का संगम स्थल को काटकर सड़क में दे दिया। ग्रामीणों ने इसका तत्काल विरोध किया। लेकिन विभागीय अधिकारी संवेदक से इस कार्य को करवा देने का आश्वासन देकर मामले को रफा दफा कर दिया। प्रखंड प्रमुख रंजो देवी, लोजपा के फुलेश्वर सिंह व भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष दिलीप भगत ने अधिकारियों से मामले की जांच कर देाषी संवेदक एवं नियंत्री टीम पर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने फुलवड़िया गांव में सड़क के काटे गए मुहाने को शीघ्र भराई कर सड़क को पुनर्जीवित करने की मांग की है। इस संबंध में विभाग के कार्यपालक अभियंता कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हंै। सड़क निर्माण में तकनीकी पेंच यह फंस गया है कि इस सड़क को अब मनरेगा योजना से भी नहीं बनाई जा सकती है। क्यांेकि काटी गई मिट्टी से सड़क इतनी गहरी हो गई है कि उसमें बगैर मशीन की सड़़क भराईर् संभव ही नहीं है। मिट्टी कैरेज कर ही भरा जा सकता है।

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