मुश्किलों को मात दे रहा कांवरियों का उत्साह
सफेद बालू हो रहा गर्म, चलने में परेशानी पेड़ की छांव की तलाश में भटक
सुल्तानगंज। निज संवाददाता
अजगैवीनाथ धाम क्षेत्र का नजारा सावन आते ही बदल जाता है। शांत रहने वाले इस क्षेत्र में हर तरफ चहल पहल दिखने लगी है। रात हो या दिन हर समय भगवाधारी कांवरियों के जत्थे और बोल बम का नारा सन्नाटे को तोड़ रहा है। हालांकि उमस भरी गर्मी कांवरियों को परेशान कर रही है।
श्रावणी मेला के दस्तक दिए जाने के पूर्व ही अजगैवीनाथ धाम सहित कांवरिया मार्ग केसरिया मय हो गया है। सोमवार को रेलवे स्टेशन से लेकर गंगा घाट तक कांवरियों की टोली आती-जाती रही। बोल बम का नारा गूंजता रहा। दिन में उमस भरी गर्मी से कांवरिया परेशान रहे। छांव की तलाश में कांवरिया भटकते रहे। कांवरिया मार्ग में जगह-जगह पेड़ के नीचे छांव में बैठकर समय बिताते कांवरियों की झुंड को देखा गया। कच्ची कांवरिया पथ पर चल रहे कांवरिया सफेद बालू गर्म होने से चलने में परेशानी होने की बात बताई। कांवरिया मोहन मालाकार, सुमीत कश्यप ने बताया की धूप में बालू काफी गर्म हो जाता है। जिससे चलने में परेशानी हो रही है। आवश्यकता है इस पर पानी देने का।
वहीं बिजली विभाग अपने कार्य को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है। मेला उद्घाटन भले ही 14जुलाई को किया जाएगा लेकिन कोई भी विभाग अपने कार्य को पूर्ण नहीं कर सकी है। पार्किंग स्थल, उद्घाटन मंच के कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कांवरिया कहते हैं व्यवस्था चाहे जैसी हो कांवरिया तो आएंगे ही और जलाभिषेक को बाबा धाम जाएंगे ही।
गंगा के जलस्तर में आ रही कमी
सुल्तानगंज। श्रावणी मेला गंगा घाट को सुव्यवस्थित और सुरक्षित करने की जिम्मेवारी बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल भागलपुर को दिया गया है। सोमवार को गंगा के जलस्तर में कमी आने की बात कही जा रही है। घाट निर्माण कार्य करा रहे विभाग भले ही बल्ला गाड़ कर बल्ले पर उजला पेंट कर दिया है। लेकिन घाट को पूर्णतः सुव्यवस्थित और सुरक्षित नहीं बना पाई है। जानकार बताते हैं कि घाट को समतल कर उसके ऊपर जियो बैग डाल कर सीढ़ी नुमा बनाने की आवश्यकता है। स्नान के लिए उतरने-चढ़ने के लिए मजबूत रास्ता बनाने की आवश्यकता है। ताकि कांवरिया उसके सहारे गंगा स्नान करने के लिए नीचे उतर सकें और स्नान कर उपर आ सकें। घाट को जेसीबी से समतल नहीं किए जाने के कारण घाट पर बढ़ती कांवरियों की भीड़ को स्नान करने में परेशानी हो सकती है। एसडीएम धनंजय कुमार ने घाट को समतल करने, सुरक्षित घाट बनाए जाने का निर्देश घाट निर्माण करा रहे विभाग के सहायक अभियंता, कनीय अभियंता को दिया। विभाग के सहायक अभियंता और कनीय अभियंता ने बताया कि गंगा के जलस्तर में कमी और वृद्धि होती रहती है। इस दौरान हमलोग जिओ बैग डालकर घाट को व्यवस्थित करते रहेंगे।
