जैन सिद्ध क्षेत्र में चल रहे दस लक्षण महापर्व का हुआ समापन
जैन सिद्ध क्षेत्र में चल रहे दस लक्षण महापर्व का हुआ समापन
नाथनगर। हिन्दुस्तान प्रतिनिधिनाथनगर स्थित चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र में दसलक्षण महापर्व भक्तिमय वातावरण में मंगलवार को संपन्न हो गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने मूलनायक भगवान वासुपूज्य की विशाल श्वेत पाषाण की खड़गासन मूर्ति का अभिषेक किया। तत्पश्चात अष्ट द्रव्य से पूजन करते हुए बड़े शांत वातावरण में निर्वाण लाडू अर्पण किया गया। विश्व में शांति का वातावरण हो ऐसी कामना करते हुए शांतिधारा की गई। प्राचीन मूल मंदिर में मूंगा वर्णी भगवान वासुपूज्य के समक्ष विशेष मंगल आरती व आराधना भक्तों ने की। प्रवचन करते हुए पंडित जागेश शास्त्री ने कहा कि महापर्व हमेशा शांति के मार्ग में चलने की प्रेरणा देता है। यह आत्मअवलोकन का पर्व है। वहीं मुनिराज विश्वेश सागर जी महाराज ने भगवान वासुपूज्य के जीवन दर्शन के बारे में बताते हुए कहा योग धारण करके हम सभी अनंत शांति की प्राप्ति कर सकते हैं। दसलक्षण महापर्व हमारे कषाय और पाप को नाश करने के लिए एक स्वर्णिम अवसर है। मंत्री सुनील जैन ने कहा अंग क्षेत्र की पावन सिद्ध भूमि से 94 मुनिराजों के साथ भगवान वासुपूज्य ने आज ही के दिन मोक्ष प्राप्त किया था। उन्होंने श्रद्धालुओं को दसलक्षण महापर्व की बधाई दी।