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टीएमबीयू में इस बार नेतृत्वविहीन बीता सत्र, छात्रसंघ चुनाव अब अगले सत्र में

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में चुनाव नहीं होने के कारण छात्रसंघ का यह सत्र नेतृत्वविहीन बीत गया। अब छात्रों को नए सत्र में ही छात्र संघ के पदाधिकारी मिलेंगे। इसके बाद ही...

टीएमबीयू में इस बार नेतृत्वविहीन बीता सत्र, छात्रसंघ चुनाव अब अगले सत्र में
वरीय संवाददाता,भागलपुर, Thu, 19 Mar 2020 04:48 PM
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तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में चुनाव नहीं होने के कारण छात्रसंघ का यह सत्र नेतृत्वविहीन बीत गया। अब छात्रों को नए सत्र में ही छात्र संघ के पदाधिकारी मिलेंगे। इसके बाद ही सीनेट-सिंडिकेट में भी उनका प्रतिनिधित्व हो सकेगा।

टीएमबीयू में छात्र संघ का नियमित चुनाव कराना एक चुनौती है। तभी तो 2003 और 2004 के बाद सीधे 14 साल बाद 2018 के मार्च में छात्रसंघ चुनाव हुआ। उसके बाद 2019 के फरवरी में चुनाव कराया गया। इन दोनों संघ में किसी को भी पूरे एक साल कार्य करने का पूरा मौका नहीं मिला। 2019 में 2019-20 सत्र के लिए भी चर्चाएं होने लगीं।

तैयारियां भी शुरू हो गईं, लेकिन कभी परीक्षा, कभी कार्यकाल के लिए मात्र कुछ महीने मिलने के मामले को लेकर छात्र संघ चुनाव टाला जाता रहा। अंत में 2020 के जनवरी में भी चुनाव कराने की बात हुई। विवि तैयार भी था, लेकिन फिर छात्रों के विरोध के बाद यह चुनाव नहीं हुआ। अभी कोरोना को लेकर छुट्टियां घोषित हो गई हैं। वहीं जब विवि खुलेगा तो परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी और इस दौरान चुनाव नहीं होगा। अब अगले सत्र में ही छात्रसंघ चुनाव कराया जा सकेगा। इस तरह यह पूरा सत्र नेतृत्व विहीन ही बीत जाएगा।
 
टीएमबीयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष जयप्रीत मिश्रा ने कहा कि छात्र संघ को पूरा कार्यकाल मिलना चाहिए और उसी अनुसार समय से चुनाव होना चाहिए। छात्रों को अपनी समस्याओं को लेकर स्वयं आना होता है। छात्र संघ होता तो उनके माध्यम से उनकी समस्याएं सुनी जातीं। छात्र संघ के कोष का उपयोग होता तो छात्र हित में कई काम होते हैं। छात्र संघ से कॉलेजों की भी समस्याएं दूर होंगी। 

सीनेट सिंडिकेट में भी होते सदस्य 
छात्र संघ चुनाव होने से सीनेट, सिंडिकेट सहित एकेडमिक काउंसिल में भी सदस्य होते हैं। इससे छात्र हित की बातों को सीनेट और सिंडिकेट आदि की बैठकों में पुरजोर तरीके से रखा जा सकता है। इसका लाभ छात्रों को ही मिलता।

 नियमावली में लिखा है कि चुनाव अगस्त में कराया जाए। समय बीत जाने के बाद मेरे समय में छात्रों का बार-बार यही कहना था कि कुछ दिन के लिए चुनाव नहीं कराया जाए। ऐसा होने से छात्र संघ को काम करने का पूरा समय मिल सकेगा। आने वाले कुलपति को अगस्त में चुनाव कराना होगा। तभी संघ का कार्यकाल मई तक चलेगा। - डॉ. एके राय, प्रभारी कुलपति, टीएमबीयू
 

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