30 जून के बाद बंद हो जाएगा स्मार्ट सिटी लिमिटेड!
भागलपुर। भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के दफ्तर में 30 जून के बाद ताला लग...
भागलपुर। भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के दफ्तर में 30 जून के बाद ताला लग जाएगा। इसको लेकर पिछले कई दिनों से नगर निगम परिसर में चर्चा का माहौल बना है। दरअसल, टर्म पूरा होने की आखिरी अवधि 30 जून तक ही निर्धारित है। यदि केंद्र सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए अतिरिक्त राशि आम बजट में देती है तो माना जाएगा कि अभी कंपनी बरकरार रहेगी। वरना इसका अस्तित्व मिट जाएगा। यही वजह है कि एक फरवरी को आने वाले केंद्रीय बजट पर स्मार्ट सिटी से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की निगाह है। पैसा मिला तो चलेगी कंपनी, वर्ना बंद होना तय है। वैसे भी पूर्व की निर्धारित तमाम योजनाएं पूर्ण हो गई हैं या होने की स्थिति में है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 2016 के आम बजट में भागलपुर को स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल किया था। लेकिन सितंबर 2018 में एसपीवी तैयार हुआ और कंपनी अस्तित्व में आयी। शुरुआती दौर में कंपनी दो साल तक बजट, नक्शा आदि ही बनाती रही। लेकिन 2020 में कंपनी का काम दिखने लगा। 16 मई 2021 को पांच साल की टर्म अवधि खत्म होने पर दो साल का एक्सटेंशन मिला। यही वजह है कि जून 2023 का टारगेट तय कर बचे काम को तेजी से पूरा करने में एजेंसी लगी है। सैंडिस कंपाउंड के अंदर के तमाम कार्य, सिग्नल लाइट, नया टाउन हॉल, वैकल्पिक बायपास का निर्माण आदि पूर्ण होने की स्थिति में है। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का काम 31 मार्च पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कंपनी के पीआरओ पंकज कुमार ने बताया कि भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड प्रोजेक्ट की वैधता 30 जून 2023 तक ही है। यदि प्रोजेक्ट आगे बढ़ता है तो कंपनी नई योजना बनाकर काम करेगी। राज्य के 4 शहरों में स्मार्ट सिटी की योजना चल रही है। संभवत: भागलपुर के कर्मियों के पास एक हजार करोड़ से अधिक का काम करने का अनुभव है।