ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार भागलपुरश्रावणी मेला: उत्तरवाहिनी गंगा जल भरकर 1.60 लाख कांवरिया देवघर रवाना

श्रावणी मेला: उत्तरवाहिनी गंगा जल भरकर 1.60 लाख कांवरिया देवघर रवाना

सुल्तानगंज की पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा मेंस्नान और पूजा-पाठ करके करीब एक लाख 60 हजार कांवरिया सुल्तानगंज से देवघर रवाना हुए। श्रावणी मेला को ले स्टेशन से गंगा घाट तक का क्षेत्र केसरियामय हो गया है।...

श्रावणी मेला: उत्तरवाहिनी गंगा जल भरकर 1.60 लाख कांवरिया देवघर रवाना
सुल्तानगंज(भागलपुर)। निज संवाददाताThu, 25 Jul 2019 11:54 AM
ऐप पर पढ़ें

सुल्तानगंज की पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा मेंस्नान और पूजा-पाठ करके करीब एक लाख 60 हजार कांवरिया सुल्तानगंज से देवघर रवाना हुए। श्रावणी मेला को ले स्टेशन से गंगा घाट तक का क्षेत्र केसरियामय हो गया है। कांवरियों के जयकारे लगाने से माहौल भक्तिमय हो गया है। दिन-रात जत्थों में कांवरियों का पहुंचना जारी है।
 
बुधवार को आसमान में बादल छाये रहने से और बूंदाबांदी होने से कांवरियों को काफी राहत मिली। इस कारण दिनभर कांवरिया पथ गुलजार रहा और बाबा नगरी जाने वाले कांवरिया बोल बम, हर हर महादेव के जयकारे चलते रहे। उबर-खाबर सड़क पर खाली पैर चल रहे कांवरियों को दर्द की परवाह नहीं है। उन्हें तो बस बाबा का दर्शन करना है। लोगों ने बताया कि सावन में सुल्तानगंज एक ऐसा शहर हो जाता है, जो 24 घंटा खुला रहता है। मेला क्षेत्र सहित आसपास की दुकानें खुली रहती हैं। 

निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत ले रहे दुकानदार  
कांवरिया संजीव ने बताया कि गंगा घाट पर ठीक व्यवस्था नहीं है। फिसलन से गिरने का भय बना रहता है। साथ ही उसने सामान की निर्धारित मूल्य से दुकानदारों द्वारा अधिक कीमत लेने का आरोप लगाया। कांवरिया रणधीर ने कहा कि हमलोग कांवर यात्रा प्रशासन के भरोसे नहीं बाबा भोलेनाथ के भरोसे कर रहे हैं।  

सुल्तानगंज से देवघर रवाना होने वाले कांवरिया- 
डाकबम - 954
पुरुष - 946
महिला- 8
सामान्य - 158991
पुरुष -100209 
महिला - 58782

गंगा स्नान करने से असाध्य रोग से मिलती है मुक्ति 
जाह्नवी का गंगाजल अन्य जल की अपेक्षा अधिक पवित्र माना गया है। इसे किसी पात्र में रखने पर काफी दिन बाद भी खराब नहीं होता। इस जल में रोगों को नष्ट करने की विशिष्ट क्षमता होती है। अजगैवीनाथ के स्थानापति महंत प्रेमानंद गिरी कहते हैं कि निरंतर इसके पान (सेवन) करते रहने तथा स्नान करने से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद मोदी कहते हैं कि जब चिकित्सकों की औषधियों का असर नहीं होता तब पीड़ित गंगा तट का पानी सेवन करने से रोग मुक्त हो जाते हैं। आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और इलेक्ट्रो होम्योपैथ की मान्यता है कि कफ, पित्त, वायु और रक्त विकारों से रोग होता है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें